19 जुलाई को देशभर की मंडियों में सरसों का कैसा है भाव, जाने सरसों भाव की तेजी मंदी की पूरी रिपोर्ट
वर्तमान में सरसों का बाजार एक ऐसे मोड़ पर आ गया है जहां थोड़ी सी तेजी आने पर खरीददार (लेवाल) सरसों को खरीदने से परहेज कर रहे हैं, वहीं भाव गिरने पर किसान और स्टॉकिस्ट माल बेचने से परहेज कर रहे हैं। इस कारण से सरसों के भाव एक निश्चित रेंज में फंस गए हैं और इससे बाहर निकलने के लिए किसी बड़े ट्रिगर की आवश्यकता है। छोटे-मोटे ट्रिगर से बाजार में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा जा रहा है। पिछले साल की तुलना में इस साल मई महीने में ही सरसों के बाजार में तेजी देखी गई, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या यह तेजी भविष्य में भी जारी रहेगी या नहीं।
ताजा मार्केट अपडेट
गुरुवार के बाजार में सरसों के दाम स्थिर रहे। जयपुर की बेंचमार्क मंडी में कंडीशन की सरसों के दाम 6,125 रुपये प्रति क्विंटल पर बने रहे। भरतपुर के बाजार में सरसों के भाव में मामूली गिरावट दर्ज की गई और यह 5711 रुपये पर खुले, हालांकि शाम को 5720 रुपये पर बंद हुए। दिल्ली और चरखी दादरी मंडियों में सरसों के भाव स्थिर रहे, जहां यह क्रमशः 5975 और 5950 रुपये प्रति क्विंटल पर बने रहे। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक बढ़कर 3.25 लाख बोरियों की हो गई।
हाजिर मंडियों के ताजा भाव
हाजिर मंडियों में सरसों के भाव में कोई बड़ा परिवर्तन नहीं हुआ। प्रमुख मंडियों में सरसों के रेट इस प्रकार रहे:
- नोहर मंडी: 5640 रुपये प्रति क्विंटल
- संगरिया मंडी: 5573 रुपये प्रति क्विंटल
- श्री विजयनगर मंडी: 5540 रुपये प्रति क्विंटल
- ऐलनाबाद मंडी: 5700 रुपये प्रति क्विंटल
- आदमपुर मंडी: 5635 रुपये प्रति क्विंटल
- सिरसा मंडी: 5707 रुपये प्रति क्विंटल
- मथुरा मंडी: 5750 रुपये प्रति क्विंटल
- मुरैना मंडी: 5500 रुपये प्रति क्विंटल
- पोरसा मंडी: 5475 रुपये प्रति क्विंटल
- ग्वालियर मंडी: 5600 रुपये प्रति क्विंटल
- गंगापुर सिटी मंडी: 5800 रुपये प्रति क्विंटल
- निवाई मंडी: 5600 रुपये प्रति क्विंटल
- टोंक मंडी: 5580 रुपये प्रति क्विंटल
- रेवाड़ी मंडी: 5750 रुपये प्रति क्विंटल
प्लांटों पर सरसों के भाव
विदेशी बाजार से अच्छे संकेत न मिलने के कारण ब्रांडेड तेल मिलों ने सरसों के भाव में कटौती की। गोयल कोटा प्लांट ने सरसों के भाव 50 रुपये कम कर दिए और अंतिम भाव 5950 रुपये प्रति क्विंटल रहा। सलोनी प्लांट पर भी सरसों के भाव कमजोर हुए और यह 6475 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए। शारदा और बीपी प्लांट पर सरसों के भाव क्रमशः 6300 और 6350 रुपये रहे। अदानी बूंदी और अलवर प्लांट पर सरसों के भाव 6150 रुपये तक रहे।
विदेशी बाजारों की अपडेट
विदेशी बाजारों में खाद्य तेलों की कीमतों में लगातार तीसरे दिन तेजी देखी गई। अमेरिकी बाजार शिकागो में सोया तेल की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई। बुर्सा मलेशिया डेरिवेटिव एक्सचेंज पर अक्टूबर महीने के पाम तेल वायदा अनुबंध में 6 रिंगिट यानी की 0.15% की तेजी आई। डालियान के सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा अनुबंध में 0.76% की तेजी आई, जबकि इसके पाम तेल वायदा अनुबंध में 0.53% की तेजी दर्ज की गई। शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड में सोया तेल की कीमतों में 0.57% की तेजी आई।
तेल और खल के भाव
घरेलू बाजार में सरसों तेल के भाव मामूली कमजोर हुए। जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी और एक्सपेलर की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। कच्ची घानी सरसों तेल के भाव 3 रुपये कमजोर होकर 1169 रुपये प्रति 10 किलो रह गए, जबकि सरसों एक्सपेलर तेल के दाम 3 रुपये घटकर 1159 रुपये प्रति 10 किलो रह गए। खल के भाव 2640 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।
सरसों की आवक
गुरुवार को सरसों की दैनिक आवक बढ़कर 3.25 लाख बोरियों की हुई, जबकि बुधवार को मुहर्रम की छुट्टी के कारण आवक केवल 2.50 लाख बोरियों की ही रही थी। प्रमुख उत्पादक राज्यों की मंडियों में सरसों की आवक इस प्रकार रही:
- राजस्थान: 1.75 लाख बोरी
- मध्य प्रदेश: 35 हजार बोरी
- उत्तर प्रदेश: 40 हजार बोरी
- पंजाब एवं हरियाणा: 15 हजार बोरी
- गुजरात: 15 हजार बोरी
- अन्य राज्य: 45 हजार बोरी
भविष्य की संभावनाएं
वर्तमान फंडामेंटल्स के हिसाब से इस समय सरसों के बाजार में तेजी होनी चाहिए थी लेकिन नाफेड की बिकवाली की खबरों के कारण बाजार दबा हुआ है। विदेशी बाजारों में खाद्य तेलों की कीमतें भी स्थिर हैं। आने वाले त्यौहारी सीजन में खाद्य तेलों की मांग बढ़ सकती है जिससे सरसों के भाव में तेजी आने की संभावना है। हालांकि बाजार में बड़े ट्रिगर की आवश्यकता है ताकि सरसों के भाव में स्थिरता और तेजी आ सके।