शिकागो और सिंगापुर की तर्ज पर यूपी मे इस जगह बनेगा हाईटेक शहर, इन गांवो की जमीनों के बढ़ेंगे दाम
नोएडा अथॉरिटी ने अपना ध्यान अब दक्षिण नोएडा, जिसे एक्सप्रेसवे क्षेत्र भी कहा जाता है, की ओर केंद्रित किया है। जनवरी 2021 में जारी एक गजट के अनुसार, 'दादरी-नोएडा-गाजियाबाद निवेश क्षेत्र' के रूप में इस क्षेत्र की पहचान की गई है। यह नया शहर लगभग 20 हजार हेक्टेयर जमीन पर विकसित होगा।
इसे एक इंटिग्रेटेड सिटी के रूप में बसाया जाएगा। नोएडा के इस विस्तार से न केवल औद्योगिक और आवासीय विकास को बल मिलेगा, बल्कि यह क्षेत्र एक आधुनिक और समृद्ध शहरी विकास का मॉडल भी प्रस्तुत करेगा।
मास्टर प्लान की तैयारी
नए नोएडा के मास्टर प्लान को स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर, नई दिल्ली द्वारा तैयार किया जा रहा है। नोएडा प्राधिकरण ने इसके लिए एसपीए को कंसल्टेंट के रूप में चयनित किया है। मास्टर प्लान के तैयार होने से इस क्षेत्र के विकास की दिशा और स्पष्ट हो जाएगी।
विकास का बहुआयामी मॉडल
नए नोएडा को हर वर्ग के लोगों के लिए एक आदर्श निवास स्थल बनाने का लक्ष्य है, जिसमें 41 औद्योगिक क्षेत्र, 11.5 आवासीय क्षेत्र, 17 हरित क्षेत्र और 9 संस्थागत क्षेत्र शामिल होंगे। यह नया शहर न केवल औद्योगिक विकास को बढ़ावा देगा बल्कि आवासीय और हरित क्षेत्रों का भी समावेश करेगा।
आवासीय सपनों की साकारता
नए नोएडा में विकास के इस मॉडल के माध्यम से लोगों के आवासीय सपनों को साकार करने की उम्मीद है। इससे न केवल औद्योगिक और व्यापारिक विकास को गति मिलेगी, बल्कि निवासियों को एक समृद्ध और सुविधाजनक जीवन शैली भी प्रदान की जाएगी।
दो नए कॉरिडोर की स्थापना
नए नोएडा में दो नए रेल कॉरिडोर की योजना है, जो इसे एक प्रमुख रेल हब में परिवर्तित कर देगी। यह न केवल गौतम बुध नगर और बुलंदशहर के 80 गांवों को जोड़ेगा, बल्कि दिल्ली मुंबई औद्योगिक गलियारे के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में भी काम करेगा।