छात्रों को दिए हुए टेबलेट वापिस लेने के आदेश हुए जारी, अगर लौटाने में ढिलाई बरती तो होगी FIR
हरियाणा सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नवीन पहल करते हुए 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों को टैबलेट वितरित किए। जिससे डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा मिला। इस कदम का मकसद था विद्यार्थियों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ना और उन्हें नए युग की शिक्षा प्रणाली से परिचित कराना।
हरियाणा सरकार की यह पहल डिजिटल शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम थी। लेकिन टैबलेट वापसी के नए निर्देश ने कई चुनौतियों को भी उजागर किया है। इस प्रक्रिया में स्कूल प्रशासन, शिक्षकों और छात्रों के बीच सहयोग और समन्वय की महती आवश्यकता है। ताकि शिक्षा के इस महत्वपूर्ण संसाधन का सदुपयोग सुनिश्चित किया जा सके।
फरीदाबाद में टैबलेट वापसी का आदेश
लेकिन अब फरीदाबाद की जिला शिक्षा अधिकारी आशा दैया ने छात्रों से वितरित टैबलेट वापिस लेने का आदेश दिया है। यह आदेश उन छात्रों के लिए भी है जो टैबलेट वापिस करने में आनाकानी कर रहे हैं या उनका टैबलेट खो गया है। इस परिप्रेक्ष्य में पुलिसिया कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई है।
स्कूल मुखियाओं पर जिम्मेदारी
इस निर्णय के साथ ही स्कूलों के मुखियाओं पर वितरित टैबलेट्स को वापिस इकट्ठा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। यदि किसी विद्यार्थी ने टैबलेट वापिस नहीं किया या वह खो गया है, तो उसे दुबारा प्राप्त करने या फिर FIR कराने की जिम्मेदारी स्कूल के मुखिया की होगी।
टैबलेट चोरी की घटनाएँ
इस बीच 2 स्कूलों में टैबलेट चोरी होने की घटनाएँ भी सामने आई हैं। जिनकी FIR स्कूल मुखियाओं द्वारा की गई है। यह एक चिंताजनक स्थिति है, जिससे इस प्रक्रिया की सुरक्षा पर प्रश्न चिन्ह लगता है।
टैबलेट्स की जाँच की जाएगी
फरीदाबाद जिला शिक्षा अधिकारी का कहना है कि टैबलेट्स की वापसी के बाद उनकी मरम्मत और जाँच की जाएगी। अगर कोई टैबलेट खराब पाया जाता है तो उसे ठीक करवाया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि शिक्षा के इस महत्वपूर्ण संसाधन का उपयोग भविष्य में भी जारी रहे।