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बाइक को 200 और कार वालों को 1000 का मिलेगा पेट्रोल, सरकार ने तय की नई लिमिट

अगर आप त्रिपुरा में रहते हैं या वहां यात्रा करने की सोच रहे हैं तो आपके लिए यह खबर बहुत महत्वपूर्ण है.
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Please write best suitable and seo friendly sub title for each paragraph. write article in normal or easy human hindi words so every one can read  Use the title reference:  " दिल्ली से अमृतसर और कटरा को कनेक्ट करने वाला 650 किलोमीटर लंबा Expressway फिर से सुर्खियों में है। 8 साल बीत जाने के बाद भी ये फोर लेने वाला हाईवे अभी तक बन नहीं पाया है। ये हाईवे जम्मू के उत्तर में कटरा को दिल्ली के पास झज्जर जिले के जसौर खेड़ी से कनेक्ट करने वाला था।   इस हाईवे को बनाने में देरी होने के कारण लागत में भी बढ़ोत्तरी हो गई है। पहले इस हाईवे की लागत 25 हजार करोड़ रुपये थी अब यह बढ़कर 35,406 करोड़ रुपये हो गई है।  काम अभी तक पूरा नहीं हुआ  हाईवे का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है। इस हाईवे को दो तरह से बनाया जा रहा है। कुछ हिस्सा पहले से मौजूद सड़कों को चौड़ा करके बनाया जाएगा और कुछ नई सड़कों को बनाकर तैयार किया जाएगा। इस पूरे प्रोजेक्ट में कुल 17 पार्ट और 3 छोटी सड़कें शामिल हैं, लेकिन अभी तक इनमें से किसी का भी काम पूरा नहीं हुआ है।  दिल्ली-अमृतसर-कटरा Expressway NHAI की एक बड़ी परियोजना है, लेकिन ये कई राज्यों में जमीन अधिग्रहण की समस्या में फंसी हुई है। किसानों को ज्यादा मुआवजा न मिलने की वजह से वो अपनी जमीन नहीं दे रहे हैं।     इस बैठक में वो देखेंगे कि अभी तक का क्या हाल है और आगे क्या किया जाए। उससे पहले सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी आज और कल पंजाब में रुकी हुई NHAI परियोजनाओं का जायजा लेंगे।   दिल्‍ली-अमृतसर-कटरा ग्रीनफील्‍ड एक्‍सप्रेसवे का हरियाणा से होकर गुजरने वाला पार्ट बनकर तैयार हो चुका है। यह एक्स्प्रेसवे 113 किलोमीटर लंबा होगा। इसके निर्माण के बाद लोगों को काफी सहूलियत मिलेगी।  उम्मीद है कि यह एक्स्प्रेसवे दिवाली के बाद शुरू हो जाएगा। दिल्‍ली-अमृतसर-कटरा ग्रीनफील्‍ड एक्‍सप्रेसवे का निर्माण NHAI द्वारा किया जा रहा है। इसकी कुल लंबाई 669 किलोमीटर है। इसका निर्माण कार्य कई भागों में चल रहा है। हरियाणा में सोनीपत से लेकर पंजाब बॉर्डर तक इसका निर्माण कार्य पूरा हो चुका है।   अगर बात हरियाणा की करें तो दिल्‍ली अमृतसर कटरा एक्‍सप्रेसवे सोनीपत जिले के लहकन माजरा और गोहाना, रोहतक के हसनगढ़, सांपला-खरखौदा, झज्जर जिला-जसौर खीरी, जींद और असंध, कैथल-नरवाना-पात्राण से होकर गुजरेगा।  Expressway के 11 हिस्से पंजाब में ही  NHAI और मंत्रालय के अधिकारियों ने प्रधानमंत्री और गडकरी के सामने पेश करने के लिए एक प्रस्तुति तैयार की है। इस प्रजेंटेशन में हर परियोजना की मौजूदा स्थिति को रिपोर्ट किया गया है, जिसमें लागत और पूरा होने की लक्षित तिथि शामिल है।  प्रेजेंटेशन के अनुसार, दिल्ली-अमृतसर-कटरा Expressway की प्रगति सबसे खराब है। इस Expressway के अलग-अलग हिस्सों का काम पूरा होने का प्रतिशत सिर्फ 3 से 90 के बीच है। गौर करने वाली बात ये है कि इस Expressway के 11 हिस्से पंजाब में ही आते हैं।  पंजाब में ज्यादा हिस्सा: रिपोर्ट के मुताबिक पूरे 650 किलोमीटर लंबे Expressway में से 361।656 किलोमीटर का हिस्सा पंजाब में बनना है। इस Expressway के नए बनने वाले हिस्से (ग्रीनफील्ड सेक्शन) को 15 पैकेज में बांटा गया है। इनमें से 12 पैकेज 397 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गुरदासपुर सेक्शन पर हैं और 3 पैकेज 99 किलोमीटर लंबे नाकोदर-अमृतसर स्पर पर हैं।   प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब में बनने वाला 650 किलोमीटर Expressway का हिस्सा पटियाला के पास गांव गलोली से शुरू होकर गुरदासपुर बाईपास पर खत्म होगा। अमृतसर को जोड़ने वाला नया बनने वाला रास्ता (ग्रीनफील्ड कनेक्टिविटी) नाकोदर से शुरू होकर अमृतसर-अजनाला रोड पर नहर के पास जाकर खत्म होगा।  पंजाब में बनने वाले Expressway का रास्ता लुधियाना, पटियाला, संगरूर, जालंधर, कपूरथला और गुरदासपुर जिलों से होकर गुजरेगा। वहीं अमृतसर को जोड़ने वाले नए रास्ते का रास्ता जालंधर, कपूरथला, तरनतार और अमृतसर जिलों से होकर जाएगा।  इस Expressway के बन जाने से दिल्ली, अमृतसर और कटरा के बीच की दूरी करीब 40 किलोमीटर कम हो जाएगी। साथ ही दिल्ली से अमृतसर तक का सफर समय 4-4.5 घंटे और दिल्ली से कटरा तक का सफर समय 6-6.5 घंटे का रह जाएगा।  यह जो बन रहा है चार लेन वाला हाईवे, इसे आगे आठ लेन तक चौड़ा किया जा सकता है। इसे बनाने में एक खास तरीका इस्तेमाल किया जा रहा है जिसे हाइब्रिड एन्युएटी मॉडल (HAM) कहते हैं। ये हाईवे पंजाब, हरियाणा और जम्मू से होकर गुजरेगा। इससे कई बड़े शहरों को आपस में जोड़ने में आसानी होगी।   पुराने नेशनल हाईवे से गाड़ियों का आना-जाना कम हो जाएगा, क्योंकि ज्यादातर गाड़ियां इस नए Expressway पर चलेंगी। इससे पुराने रास्तों पर जाम कम लगेगा और गाड़ी चलाने में कम पैसा खर्च होगा (ईंधन की बचत होगी) और कम समय भी लगेगा। इस नए रास्ते से सामान भी तेजी से एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाया जा सकेगा और पूरे इलाके में ट्रैफिक ज्यादा सुरक्षित हो जाएगा।  साथ ही, ये रास्ता सुल्तानपुर लोदी, गोइंदवाल साहिब, खडूर साहिब, तरनतार और हाल ही में बने डेरा बाबा (नानक) - करतारपुर साहिब अंतरराष्ट्रीय गलियारे जैसे महत्वपूर्ण सिख धर्मस्थलों को जोड़ने के लिए एक तेज रास्ता भी प्रदान करेगा।  दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे रूट मैप  हरियाणा में कनेक्टिविटी  झज्जर जिला- जसौर खीरी रोहतक- हसनगढ़, सांपला-खरदौसा सोनीपत - लहकन माजरा और गोहना जींद- जींद औस असंद कैथल-नरवाना कैथल   पंजाब में कनेक्टिविटी  पटियाला-कैथल-खनौरी संगरूर-रोशनवाला-भनावीगढ़ मालेरकोटला- मालेरकोटला और नाभा लुधियाना-रायकोट-जोधन-लुधियाना रोड जालंधर-नकोदर-फगवाड़ा कपूरथला-फिरोजपुर-सुलतानपुर लोधी-कपूरथला रोड तरनतारन-तरनतारन-गोइंदवाल साहिब-कपूरथला रोड अमृतसर-अमृतसर बाईपास, अमृतसर-बटाला-गुरदासपुर रोड गुरदासपुर-अमृतसर और श्री हरगोबिंदपुर NH-50A अमृतसर-श्री हरगोबिंदपुर-उमर टांडा-होशियारपुर रोड पठानकोट-भोआ-सुंदर चक   जम्मू में कनेक्टिविटी  जम्मू कठुआ  "  Remember that, content should be not less than 800 words, do not use tough hindi words and follow a flow to give best reading experience to users.
   

Petrol Rationing Alert: अगर आप त्रिपुरा में रहते हैं या वहां यात्रा करने की सोच रहे हैं तो आपके लिए यह खबर बहुत महत्वपूर्ण है. राज्य सरकार ने पेट्रोल की ‘राशनिंग’ शुरू करने की घोषणा की है जो 10 नवंबर से लागू हो गई है. इस नियमन के तहत विभिन्न प्रकार के वाहनों के लिए पेट्रोल की निश्चित सीमा तय की गई है.

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पेट्रोल की राशनिंग की जानकारी

त्रिपुरा सरकार ने यह कदम राज्य में ईंधन की आपूर्ति में आई अचानक कमी के कारण उठाया है. दोपहिया वाहनों के लिए प्रतिदिन केवल 200 रुपये का पेट्रोल तिपहिया वाहनों के लिए 400 रुपये का और चार पहिया वाहनों के लिए 1000 रुपये का पेट्रोल दिया जाएगा. इस नियमन से वाहन मालिकों को अपनी यात्रा और खर्च की योजना सावधानी से बनानी होगी.

पेट्रोल की राशनिंग के पीछे का कारण

राज्य में ईंधन की आपूर्ति की कमी का मुख्य कारण पूर्वोत्तर सीमा रेलवे के लुमडिंग और बदरपुर सेक्शन के बीच एक मालगाड़ी के पटरी से उतरने से हुआ है. इस घटना के कारण, ईंधन ढोने वाली ट्रेनें प्रभावित हुई हैं, जिससे राज्य में पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति में भारी बाधा आई है.

सरकार की प्रतिक्रिया और उपाय

त्रिपुरा के खाद्य और आपूर्ति मंत्री सुशांत चौधरी ने कहा कि सरकार ईंधन की आपूर्ति को सामान्य करने के लिए कठोर कदम उठा रही है. उन्होंने बताया कि पेट्रोल की राशनिंग से आपूर्ति और मांग में संतुलन बनाने का प्रयास किया जा रहा है. इस बीच पूर्वोत्तर सीमा रेलवे के जनरल मैनेजर ने भरोसा दिलाया है कि रेलवे ट्रैक की मरम्मत जल्द से जल्द पूरी कर दी जाएगी.

आगे की रणनीति और नागरिकों की प्रतिक्रिया

त्रिपुरा सरकार ने नागरिकों से आपूर्ति के इस संकट के दौरान सहयोग की अपील की है. वाहन चालकों और व्यापारियों से अपेक्षा की गई है कि वे ईंधन का संयमित उपयोग करें और बिना आवश्यकता के वाहनों का प्रयोग न करें. इस बीच, सरकार और रेलवे द्वारा किए गए उपायों से जल्द ही स्थिति में सुधार की उम्मीद है.