Rajasthan Gold Mines: राजस्थान में इन जगहों पर वैज्ञानिको को मिले सोना होने के सबूत, जल्द शुरू हो सकती है खदाने
राजस्थान के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। सोने की खदानों के मामले में यह राज्य अब देशभर में बिहार के बाद दूसरे स्थान पर आ गया है। भारत में सोने के भंडारों का अनुमान लगभग 654 मेट्रिक टन है जिसमें से बिहार के बाद सबसे ज्यादा सोना राजस्थान की धरती के नीचे दबा हुआ है।
राजस्थान में लगभग 235 मेट्रिक टन सोने के भंडार होने का आकलन किया जा रहा है। सरकार जल्द ही सोने की पहली खदान की नीलामी के लिए कदम बढ़ाने जा रही है, जिससे राजस्थान की आर्थिक स्थिति में बड़ा बदलाव आने की उम्मीद है।
बांसवाड़ा के तहत छिपा सोने का भंडार
खान विभाग की नीलामी की तैयारियां बांसवाड़ा जिले की घाटोल तहसील में तेजी से चल रही हैं। भूकिया-जगपुरा, देलवाड़ा और पंच-महूरी में सोने का खनन शुरू होने की संभावना है। इससे राजस्थान न केवल गोल्ड माइनिंग (Gold Mining) के क्षेत्र में अग्रणी बनेगा, बल्कि देश-दुनिया में अपनी एक नई पहचान भी बनाएगा।
निवेश और रोजगार की नई संभावनाएं
इस परियोजना से न केवल सोने का उत्पादन होगा, बल्कि बड़े पैमाने पर कॉपर, निकल, और कोबाल्ट जैसी कीमती धातुओं (Precious Metals) का भी खनन होगा। इससे राजस्थान में इलेक्ट्रॉनिक्स, पेट्रोलियम, पेट्रोकेमिकल, बैटरी उद्योग सहित कई उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे निवेश और रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
राजस्थान का सोने की ओर अग्रसर पथ
राजस्थान सरकार के इस कदम से देश में स्वर्ण भंडारों की खोज (Gold Reserve Exploration) में नया अध्याय जुड़ जाएगा। बिहार के बाद राजस्थान का यह कदम न केवल राज्य की, बल्कि पूरे देश की आर्थिक प्रगति (Economic Development) में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
