राजस्थान के इन जिलों में जमीन कीमतों में आया तगड़ा उछाल, इन गांवो के किसानों की हो गई बल्ले-बल्ले

Rajasthan Land Rate : करीब एक दशक पहले तक जो बहरोड़ कस्बा राजस्थान में एक छोटे गांव की तरह नजर आता था वह अब बड़े शहरों की भांति विकसित हो चुका है। इस क्षेत्र में जमीन के दामों में आए उछाल ने लोगों की जीवनशैली में भारी परिवर्तन किया है। बहरोड़ और उसके आसपास के गांवों में विकास की रफ्तार तेजी से बढ़ी है जिससे सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों में भी विस्तार हुआ है।
बहरोड़ क्षेत्र की बदलती सूरत
बहरोड़ क्षेत्र में आर्थिक प्रभाव का स्पष्ट दर्शन होता है। जिस प्रकार से लोगों का रहन-सहन और उनका स्टाइल बदला है वह क्षेत्र के तेजी से विकास को दर्शाता है। बहरोड़ के विकास के साथ ही आसपास के गांवों में भी विकास (village development) की गति तेज हुई है जिससे पूरे क्षेत्र में समृद्धि आई है।
कनेक्टिविटी में सुधार और इसका असर
पहले जहां बहरोड़-नीमराणा और अन्य आसपास की कस्बों के बीच की दूरियां अधिक लगती थीं आज उन्हें यात्रा करने में कोई दूरी महसूस नहीं होती। नेशनल हाईवे पर बड़ी-बड़ी हाउसिंग सोसाइटी और होटलों के निर्माण ने बहरोड़, नीमराणा, शाहजहांपुर, और कोटपूतली के बीच की दूरियों को कम कर दिया है (distance reduction).
नाइटलाइफ़ की बढ़ती चमक
बहरोड़ में रात के समय सड़कों पर बड़े शहरों की तरह चमक (city-like glow) नजर आती है। सड़कों पर दूधिया रोशनी से जगमगाता नजारा बड़े शहरों जैसा लगता है। तेजी से हो रहे विकास ने ग्रामीण क्षेत्रों को भी नया रूप दिया है।
बढ़ते विकास के साथ मौजूदा चुनौतियां
बहरोड़ कस्बे का विकास तो हुआ है लेकिन यहां की मूलभूत सुविधाओं (basic amenities) में कमी अभी भी बनी हुई है। विकास की ओर अग्रसर इस कस्बे में यात्रियों के लिए बस स्टैंड और स्थानीय निवासियों के लिए पार्क जैसी सुविधाएं अभी तक नगरपालिका द्वारा प्रदान नहीं की गई हैं।
शिक्षा क्षेत्र में प्रगति
बहरोड़ और आसपास के क्षेत्रों में दो दर्जन से अधिक निजी शिक्षण संस्थान आधुनिक तकनीकी के साथ संचालित हो रहे हैं (modern educational institutions). ये संस्थान बच्चों को नवीनतम सुविधाओं के साथ शिक्षा प्रदान कर रहे हैं, जिससे उन्हें बेहतर शैक्षणिक और व्यावसायिक अवसर मिल रहे हैं।