भीषण ठंड और शीतलहरी के बीच स्कूली बच्चों को राहत, इन जिलों में स्कूलों के अवकाश को बढ़ाया
यूपी में भयंकर ठंड का कहर अभी भी जारी है। गलन और शीतलहरी ने जनजीवन को बाधित कर दिया है। यही कारण है कि स्कूलों की छुट्टी लगातार बढ़ाई जा रही है। जिलाधिकारियों ने बुधवार को कानपुर सहित कई जिलों में स्कूलों को 20 जनवरी तक बंद रखने का आदेश दिया।
20 जनवरी तक स्कूलों को सोनभद्र, बलिया, गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़, मिर्जापुर और जौनपुर में भी बंद कर दिया गया है। 21 रविवार और 22 को राममंदिर के उद्घाटन के अवसर पर स्कूलों में पहले से छुट्टी रहेगी।
ऐसे में स्कूल 23 जनवरी से ही खुल सकेंगे अगर मौसम ठीक रहा। वहीं, वाराणसी और भदोही में आठवीं तक के स्कूल 19 जनवरी तक बंद रहेंगे। स्कूल को 17 अगस्त तक बंद करने का आदेश दिया गया था।
कुछ जिलों में कोहरे ने यातायात पर प्रभाव डाला
वाराणसी शहर बुधवार को पूर्वांचल में न्यूनतम् तापमान में वृद्धि हुई, लेकिन गलन में कोई बदलाव नहीं हुआ। दिन भर लोगों को शीतलहर से कांपते देखा गया। कोहरे ने सुबह कुछ जिलों में सड़क और रेल सेवाओं पर भी बुरा असर डाला है। सोनभद्र में सबसे कम पारा तीन डिग्री बढ़ा।
बुधवार को सबसे कम तापमान 7.02 डिग्री सेल्सियस था। जौनपुर में 5.02 डिग्री न्यूनतम पारा, मऊ-आजमगढ़-चंदौली में सात, बलिया-गाजीपुर-वाराणसी में आठ, भदोही में 8.04 डिग्री और मिर्जापुर में नौ डिग्री रहा। कई जिलों में अधिकतम तापमान में कोई स्पष्ट अंतर नहीं होने से ठंड और गलन बरकरार रहता है।
अगले 24 घंटे में कोई राहत नहीं
जैसा कि मौसम विज्ञानी बताते हैं, कानपुर में जेट स्ट्रीम के नीचे आने से ठंड बढ़ी है। मंगलवार को ठंड में कोई कमी नहीं आई; अधिकतम तापमान 14.4 डिग्री रहा और न्यूनतम 6.0 डिग्री रहा। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 24 घंटे में कोई राहत नहीं होगी। 11 जनवरी को शीतलहर की शुरुआत हुई और आज तक जारी है। इससे हवा अधिक नम हो गई।
तेज बर्फीली हवाओं ने बहुत कमजोर तेवर बनाए। तेज बर्फीली हवा, अधिक नमी और निरंतर कम तापमान ने शरीर को पूरी तरह प्रभावित किया। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी निरंतर सर्दी हर किसी पर असर डालता है। इससे जीवों को सतर्क रहना होगा। इस सर्दी का प्रभाव शरीर पर रहता रहेगा जब तक तापमान सामान्य नहीं हो जाता।