सीनियर सिटिजन को फ्री बस यात्रा के लिए बनवाना पड़ेगा ये पास, घर बैठे इस तरीके से कर सकते है आवेदन
हरियाणा रोडवेज (Haryana Roadways) ने बुजुर्ग यात्रियों (Senior Citizen Passengers) को सफर (Travel) के दौरान किराये में छूट (Discount) प्रदान करने की प्रक्रिया को और अधिक सुविधाजनक बनाने के लिए एक नई पहल की है। 60 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों को अब सेंट्रलाइज पास (Centralized Pass) बनवाना अनिवार्य होगा।
जिसके लिए रोडवेज जल्द ही अपना पोर्टल (Portal) लॉन्च करेगा। हरियाणा रोडवेज की इस पहल से न सिर्फ बुजुर्ग यात्रियों को सहायता मिलेगी। बल्कि यह डिजिटल इंडिया (Digital India) की दिशा में एक कदम भी साबित होगा।
इस प्रणाली से यात्रा की प्रक्रिया और अधिक पारदर्शी (Transparent) और सुविधाजनक बनेगी, जिससे बुजुर्ग यात्रियों को उनकी योग्यता अनुसार छूट प्राप्त करने में आसानी होगी। इस नई पहल से हरियाणा रोडवेज ने यात्री सेवाओं में सुधार की एक नई मिसाल कायम की है।
सेंट्रलाइज पास: क्या है नई प्रक्रिया
इस नई प्रणाली के अंतर्गत, बुजुर्ग व्यक्तियों को रोडवेज की बसों में छूट के साथ यात्रा करने हेतु एक विशेष पास (Special Pass) प्राप्त करना होगा। इसके लिए वे रोडवेज के पोर्टल पर आवश्यक जानकारी और दस्तावेज (Documents) जमा कराएंगे।
जिसके बाद पास पर रोडवेज प्रशासन (Administration) के अधिकारी हस्ताक्षर (Signature) करेंगे। इससे बुजुर्गों को अपनी यात्रा छूट के साथ आराम से करने में सहायता मिलेगी।
पास बनवाने की प्रक्रिया
बुजुर्गों को रोडवेज के पोर्टल पर अपना परिवार पहचान पत्र (Family ID), आधार कार्ड (Aadhar Card) सहित अन्य आवश्यक विवरण दर्ज करने होंगे। प्रक्रिया के दौरान दिए गए मोबाइल नंबर (Mobile Number) पर एक ओटीपी (OTP) प्राप्त होगा।
जिसे दर्ज करने के बाद पास तैयार हो जाएगा। इस पास को रोडवेज के महाप्रबंधक (General Manager) के पास ले जाकर हस्ताक्षर करवाना होगा।
पास के फायदे
सेंट्रलाइज पास की इस नई व्यवस्था से बुजुर्ग यात्रियों को बसों में यात्रा के दौरान वोटर कार्ड (Voter Card) या आधार कार्ड साथ ले जाने की आवश्यकता नहीं होगी। यह न केवल बुजुर्ग यात्रियों के लिए सुविधाजनक है, बल्कि रोडवेज के लिए भी लाभदायक है क्योंकि इससे उन्हें यह जानकारी मिलेगी कि उनकी बसों में कितने बुजुर्ग यात्रा कर रहे हैं और कितनों को किराये में छूट मिल रही है। इससे पहले रोडवेज के पास ऐसी कोई व्यवस्थित जानकारी नहीं थी।