home page

Sirsa News: सिरसा जिले के इस गांव में चला प्रशासन का पीला पंजा, Luvas Center की जगह से हटाए गए अवैध कब्जे

हरियाणा के सिरसा जिले में माखोसरानी में स्थित लाला लाजपत राय पशु औषधालय के रीजनल सेंटर की स्थापना के लिए प्रशासन ने अवैध कब्जा हटाने का प्रयास शुरू किया।
 | 
haryana-encroachments-removed-from-luvas-centre
   

हरियाणा के सिरसा जिले में माखोसरानी में स्थित लाला लाजपत राय पशु औषधालय के रीजनल सेंटर की स्थापना के लिए प्रशासन ने अवैध कब्जा हटाने का प्रयास शुरू किया। कार्रवाई के दौरान पुलिस मौजूद थी, और पंचायत की जमीन पर बने अवैध घरों पर जेसीबी लगाई गई. कार्रवाई लगभग पांच घंटे चली, जिसमें लगभग 20 घरों को तोड़ा गया।

हमारा Whatsapp ग्रूप जॉइन करें Join Now

ड्यूटी मैजिस्ट्रेट, नायब तहसीलदार अरविंद यादव और BDPO विशाल बाजवा ने गांव में अवैध कब्जा हटाने की पहल की थी। इसके दौरान जमाल चौकी इंचार्ज विनोद कुमार और कागदाना चौकी इंचार्ज ललित कुमार भी उपस्थित थे। जेसीबी ने बाद में मकानों को तोड़ना शुरू किया।

इसी क्षेत्र में 30 मई को भी कब्जा हटाने की कार्रवाई शुरू हुई थी, जिसमें लगभग आठ घरों को तोड़ दिया गया था। इसके बाद कई लोगों ने कोर्ट से स्टे ले लिया। कोर्ट के आदेश के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने 19 घरों को खाली करने का नोटिस दिया।

तीन साल पहले, गांव माखोसरानी की पंचायत ने विश्वविद्यालय को लुवास सेंटर बनाने के लिए जगह दी थी, लेकिन अब उस जगह पर सेंटर बनाया जा रहा है। शुक्रवार को कब्जा हटाने की कार्रवाई की गई क्योंकि इस पंचायती जमीन पर कई लोगों ने पक्का निर्माण करके कब्जा कर लिया था।

21 करोड़ 90 लाख रुपये का था बजट

यह हिसार की Lala Lajpat Rai University of Veterinary Medicine and Animal Sciences, माखोसरानी गांव में रीजनल सेंटर बनाएगा। इस क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना के लिए २१ करोड़ ९० लाख रुपये की धनराशि दी गई है।

पद भी मंजूर किए

रीजनल सेंटर को चलाने के लिए चौपटा खंड में 16 पदों को मंजूरी दी गई है, जिनमें आठ टीचिंग और आठ गैर-टीचिंग पद हैं। इस सत्र में पंचायत ने सेंटर को भवन की मांग की है, जिसे वित्तीय विभाग ने मंजूरी दी है। इससे जल्द ही रीजनल सेंटर का निर्माण शुरू होगा।

मुख्यमंत्री ने की थी घोषणा 

मुख्यमंत्री ने गांव में एक सेंटर की स्थापना की घोषणा की थी, और गांव की ग्राम पंचायत ने लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय लुवास को 10 एकड़ जमीन दी थी, जिसकी कागजी प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी।