Smart Meter: बिजली चोरी पर सरकार ने लिया बड़ा ऐक्शन, कर दिया ये ऐलान
Smart Meter: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के बिजली उपभोक्ताओं की आसानी के लिए स्मार्ट मीटर (Smart Meter Installation) की व्यवस्था को गति प्रदान की है. इस पहल के अंतर्गत नवंबर के पहले सप्ताह तक 2.75 लाख प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं और अभी भी कई जिलों में यह प्रक्रिया जारी है. शुरुआती दौर में कुछ तकनीकी खामियां भी सामने आई हैं.
राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद की भूमिका
राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने खामियों की सूचना मिलते ही पावर कॉर्पोरेशन के साथ संवाद स्थापित किया और दोषपूर्ण स्मार्ट मीटर को तुरंत बदलने के निर्देश दिए गए हैं. इस कदम से उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर के फायदे से परिचित कराने में मदद मिली है.
बिजली की खपत की निगरानी
स्मार्ट मीटर के माध्यम से उपभोक्ताओं को अपनी बिजली खपत की सटीक जानकारी मिलती है. जिससे वे अपने बिजली बिल पर नियंत्रण रख सकते हैं. यह व्यवस्था बिजली दफ्तर के चक्कर लगाने की जरूरत को समाप्त करती है और उपभोक्ताओं को अतिरिक्त सुविधा प्रदान करती है.
मोबाइल ऐप के माध्यम से बिजली की जानकारी
स्मार्ट मीटर की एक अन्य विशेषता यह है कि उपभोक्ता अपने मोबाइल ऐप के माध्यम से बिजली खपत की दैनिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. यह तकनीक मकान मालिकों और किरायेदारों दोनों के लिए बेहद लाभदायक है क्योंकि इससे बिजली बिल के विवादों में कमी आती है.
बिजली चोरी पर अंकुश
स्मार्ट मीटर लगाने की प्रमुख वजहों में से एक बिजली चोरी पर नियंत्रण पाना भी है. यह व्यवस्था बिजली चोरी की समस्या का पता लगाने में सहायक है और बिजली की दरों में पारदर्शिता बढ़ाती है.