शादी के बाद पति को संतुष्ट रखने का हर तरीका जानती है ऐसी महिलाएं, कुंवारे लड़कों को देख करती है ऐसे इशारे
महान विद्वान आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति शास्त्र में जीवन के कई पहलुओं के बारे में बताया है जिसमें शारीरिक चिन्हों जैसे कि तिलों का विशेष महत्व है। तिल न केवल शरीर की सुंदरता बढ़ाते हैं बल्कि ये व्यक्ति की व्यक्तित्व, स्वभाव और भविष्य की झलक भी प्रस्तुत करते हैं। चाणक्य नीति के अनुसार विभिन्न स्थानों पर स्थित तिल विभिन्न प्रकार के फायदे मिलते हैं।
भौंहों के बीच तिल
चाणक्य नीति के अनुसार दोनों भौंहों के बीच तिल का होना एक शुभ संकेत माना जाता है। ऐसे व्यक्ति का प्रेम और दांपत्य जीवन सुखमय होता है। इनका स्वभाव साफ और सच्चे दिल का होता है जो उन्हें अपने साथी के साथ खुश और संतुष्ट रखता है।
माथे पर तिल
माथे के मध्य भाग में तिल का होना भी एक महत्वपूर्ण निशानी है जिसे चाणक्य नीति में सच्चे प्रेम और आर्थिक स्थिरता का सूचक माना गया है। ऐसे व्यक्ति अपने प्रेमी या जीवन साथी के प्रति बहुत समर्पित होते हैं और उनका हर संभव ख्याल रखते हैं।
आंख में तिल
दाईं आंख में तिल का होना व्यक्ति को जल्दी से सच्चे प्रेम में पड़ने और एक खुशहाल वैवाहिक जीवन जीने का संकेत देता है। यह तिल उन्हें विशेष रूप से सौभाग्यशाली बनाता है जिससे उनका जीवनसाथी भी खुश रहता है।
गर्दन पर तिल
गर्दन पर तिल का होना विशेषकर यदि यह दाहिनी ओर हो तो इसे बहुत शुभ माना जाता है। यह तिल व्यक्ति के रोमांटिक स्वभाव और सौभाग्यशाली जीवन की ओर इशारा करता है। ऐसी महिलाएं जिनकी गर्दन के बीच में तिल होता है उन्हें भी रोमांस में खुशकिस्मत माना जाता है।