सुनील शेट्टी की 33 ऐसी फिल्में जो आजतक नहीं हुई सिनेमाहॉल में रिलीज, जाने क्या है कारण
बॉलीवुड के माचो मैन सुनील शेट्टी जिन्होंने नब्बे के दशक में अपने एक्शन से लेकर रोमांस और कॉमेडी तक के रोल्स में दर्शकों का दिल जीता उनके करियर में कुछ ऐसी भी फिल्में थीं जो विभिन्न कारणों से रिलीज ही नहीं हो पाईं।
रिलीज ना होने वाली फिल्में
सुनील शेट्टी द्वारा चुनी गई कुछ फिल्में जैसे कि एक और फौलाद(दिव्या भारती के साथ), दो कदम आगे (दिव्या भारती के साथ), जाहिल (रवीना टंडन के साथ), हम हैं आग (सोमी अली के साथ), अयुद्ध (सोनाली बेंद्रे), दि बॉडीगार्ड (श्रीदेवी के साथ), कौरव (अक्षय कुमार के साथ),शोला, रुस्तम (मनीषा कोइराला), चोरी मेरा काम (शिल्पा शेट्टी और सलमान खान के साथ)।
कर्मवीर (विनोद खन्ना), चोर सिपाही, कैप्टन अर्जुन (ममता कुलकर्णी), काला पानी (अजय देवगन, करिश्मा कपूर के साथ), कमिश्नर (शिल्पा शेट्टी के साथ),जुआ (मनीषा कोइराला), राधेश्याम सीता राम (ऐश्वर्या राय के साथ), पूरब की लैला पश्चिम का छैला (नम्रता शिरोडकर) हम पंछी एक डाल के (ऐश्वर्या राय के साथ), एक हिंदुस्तानी (रवीना टंडन)।
वंदे मातरम (संजय दत्त के साथ), अखंड, गहराई (रवीना टंडन), जज्बा, मुक्ति,फेम, गुड नाईट, फांसी दि कैपिटल पनिशमेंट, मुंबई टैक्सी सर्विस, शोमैन, चाय गर्म, शूटर अलग अलग कारणों से दर्शकों के सामने नहीं आ पाईं। कुछ फिल्मों का निर्माण ही शुरू नहीं हो पाया तो कुछ की शूटिंग बजट की कमी के कारण अधूरी रह गई।
क्यों रह गईं ये फिल्में अधूरी?
इन फिल्मों के अधूरे रह जाने के पीछे कई कारण रहे हैं जैसे कि वित्तीय संकट, निर्माता और निर्देशक के बीच मतभेद और कभी-कभी मुख्य कलाकारों के बीच समन्वय की कमी। इन कारणों ने सुनील शेट्टी की कुछ शानदार फिल्मों को दुनिया के सामने आने से रोक दिया।
वे फिल्में जो बनकर भी रिलीज नहीं हो पाईं
विशेष रूप से, "एक हिंदुस्तानी", "वंदे मातरम" और "मुक्ति" जैसी फिल्में तो पूरी तरह से बन कर तैयार भी हो गईं थीं लेकिन कई कारणों की वजह से ये फिल्में रिलीज नहीं हो पाईं। जिससे सुनील शेट्टी की मेहनत और प्रतिभा का पूरा लाभ दर्शकों तक नहीं पहुंच पाया।
सुनील शेट्टी की यादगार भूमिकाएं
फिर भी सुनील शेट्टी ने "धड़कन", "मोहरा", "हेरा फेरी", "फिर हेरा फेरी", और "बॉर्डर" जैसी फिल्मों में अपने अभिनय के जरिए दर्शकों के दिलों में अमिट छाप छोड़ी है। उनकी ये फिल्में न केवल सुपरहिट रहीं बल्कि उन्हें एक शानदार अभिनेता के रूप में स्थापित करने में मदद की।
एक अधूरा सफर
सुनील शेट्टी के करियर में इन अधूरी फिल्मों की कहानी एक ऐसे सफर की याद दिलाती है जो पूरा तो हुआ। लेकिन कहीं ना कहीं कुछ अधूरा रह गया। फिर भी उनका योगदान और उनकी फिल्मों की सफलता उन्हें हमेशा बॉलीवुड के एक यादगार चेहरे के रूप में याद किए जाने के लिए काफी है।