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सवा 9 लाख रूपए में बिकी इस खास नस्ल की गाय, दूध देने में नही है किसी वरदान से कम

हाल ही में भारत सरकार के केंद्रीय पशु प्रजनन फार्म में थारपारकर नस्ल की गायों की नीलामी में एक नया रिकॉर्ड बना.
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THARPARKAR COW AUCTION: हाल ही में भारत सरकार के केंद्रीय पशु प्रजनन फार्म में थारपारकर नस्ल की गायों की नीलामी में एक नया रिकॉर्ड बना. एक थारपारकर गाय की नीलामी में 9.25 लाख रुपये की बोली लगी जिसने सभी पुराने रिकॉर्ड्स को तोड़ दिया. यह नीलामी उत्साह और बढ़ती रुचि का प्रतीक है जो देशभर के किसानों में देखने को मिली.

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केंद्र सरकार का प्रयास और किसानों की भागीदारी

पशुपालन और डेयरी विभाग द्वारा आयोजित इस नीलामी में 85 किसानों ने हिस्सा लिया. इस बड़ी संख्या में हिस्सेदारी दर्शाती है कि किसान अब अधिक बढ़िया और लाभकारी पशुधन तकनीकों में निवेश करने के इच्छुक हैं.

महाराष्ट्र का प्रमुख योगदान और बोली

महाराष्ट्र से आए किसानों ने इस नीलामी में सबसे ज्यादा बोली लगाई जिसमें से एक किसान ने थारपारकर गाय के लिए 9.25 लाख रुपये की बोली लगाई. यह बड़ी रकम इस बात का संकेत है कि किसान बढ़िया नस्ल गायों में कितना निवेश करने को तैयार हैं.

थारपारकर गाय

थारपारकर नस्ल की गायें न केवल उच्च दूध उत्पादन के लिए जानी जाती हैं बल्कि इनकी दुधारु क्षमता भी उन्हें 'दुधारू सोना' के नाम से विख्यात करती है. ये गायें अपनी उत्पादकता के कारण किसानों के लिए बहुमूल्य संपत्ति साबित होती हैं.

नए आयामों की ओर अग्रसर भारतीय कृषि 

इस तरह की नीलामियां न केवल पशुपालन क्षेत्र में क्रांति ला रही हैं, बल्कि यह भारतीय कृषि को नए आयामों की ओर ले जा रही हैं. किसान अब अधिक सूचनाप्रद और तकनीकी आधारित निर्णय ले रहे हैं, जो उन्हें उन्नति के नए पथ पर अग्रसर कर रहा है.