राजस्थान के इन जिलों में 16 रोप-वे बनाने की तैयारी में है भजनलाल सरकार, इन जगहों पर टुरिज़म को मिलेगा बढ़ावा
राजस्थान की भाजपा सरकार (BJP Government) ने प्रदेश में पर्यटन (Tourism), विशेष रूप से धार्मिक पर्यटन (Religious Tourism) को एक नई दिशा देने के लिए रोप-वे (Ropeways) परियोजनाओं की एक बड़ी योजना पेश की है। इस योजना को केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (CM Bhajanlal Sharma) की चर्चा के बाद रूप रेखा दी गई है।
रोप-वे परियोजनाओं का विस्तार
प्रदेश के 12 जिलों में 16 रोप-वे बनाने की योजना (Ropeway Projects) से न केवल धार्मिक स्थलों तक पहुंच में आसानी होगी, बल्कि पर्यटन को भी काफी बढ़ावा मिलेगा। इन योजनाओं को केन्द्र सरकार (Central Government) की मंजूरी मिलते ही काम शुरू होने की संभावना है।
त्वरित निर्णय और क्रियान्वयन
केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी की बैठक के बाद, राजस्थान सरकार (Rajasthan Government) ने इस परियोजना को तेजी से आगे बढ़ाने का निर्णय लिया। मात्र पांच दिनों में रोप-वे के लिए जगह चिह्नित (Location Identification) की गई, जो पर्यटन विभाग के साथ चर्चा के बाद किया गया।
रोप-वे के महत्वपूर्ण स्थल
राजस्थान के विभिन्न जिलों में प्रस्तावित रोप-वे स्थलों में त्रिनेत्र गणेश जी, सवाईमाधोपुर (Sawai Madhopur), रामेश्वर महादेव मंदिर, बूंदी (Bundi), आमेर नाहगरढ़, जयपुर (Jaipur), और कई अन्य शामिल हैं। ये रोप-वे न केवल पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेंगे, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी सुविधाजनक साधन प्रदान करेंगे।
पर्यटन और धार्मिक यात्रा में वृद्धि
रोप-वे परियोजना (Ropeway Project) के माध्यम से राजस्थान में धार्मिक और पर्यटन स्थलों (Religious and Tourist Places) की यात्रा न केवल सुगम होगी, बल्कि इससे पर्यटन क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण वृद्धि होगी। यह राजस्थान के पर्यटन मानचित्र (Tourism Map) पर नए आयाम जोड़ेगा।
अगले चरण की ओर
राजस्थान सरकार की इस पहल से न केवल धार्मिक स्थलों की यात्रा में आसानी होगी, बल्कि पर्यटन के क्षेत्र में भी एक नई क्रांति (New Revolution) आएगी। इस परियोजना की सफलता न केवल राजस्थान बल्कि पूरे देश के पर्यटन क्षेत्र के लिए एक मिसाल स्थापित करेगी।