ट्रेन के डिब्बों का रंग का होता है बेहद खास मतलब, रेल्वे यात्रा में आएगी बहुत काम
विभिन्न रंगों की विशेषताएँ (Features of Different Colors)
लाल रंग के डिब्बे: लाल रंग के डिब्बे, जो कि कपूरथला, पंजाब में तैयार किए जाते हैं, विशेष रूप से राजधानी और शताब्दी जैसी उच्च गति वाली ट्रेनों में प्रयोग किए जाते हैं। ये हल्के स्टेनलेस स्टील से बने होते हैं और इनमें डिस्क ब्रेक सुविधा होती है।
नीले रंग के डिब्बे: नीले रंग के डिब्बे आईसीएफ कोच होते हैं जो मुख्य रूप से मेल, सुपरफास्ट, और एक्सप्रेस ट्रेनों में लगाए जाते हैं। ये डिब्बे यात्रियों को सुविधाजनक और आरामदायक यात्रा प्रदान करते हैं।
हरे रंग के डिब्बे: हरे रंग के डिब्बे विशेष रूप से गरीब रथ जैसी ट्रेनों में उपयोग किए जाते हैं। ये डिब्बे अधिक सस्ती यात्रा सेवाओं के लिए जाने जाते हैं।
भूरे रंग के डिब्बे: भूरे रंग के डिब्बे मुख्यतः मीटर गेज की ट्रेनों में लगाए जाते हैं। ये डिब्बे भारतीय रेलवे की पुरानी विरासत का हिस्सा हैं।
डिजाइन और सुरक्षा का मेल (Combination of Design and Safety)
ट्रेन के डिब्बों की डिजाइन और उनके रंगों का चयन न केवल उनकी आकर्षकता को बढ़ाता है, बल्कि ये डिब्बे यात्रियों की सुरक्षा को भी सुनिश्चित करते हैं। डिब्बों की यह विशेषताएँ उन्हें अधिक टिकाऊ और मजबूत बनाती हैं, जिससे यात्रा के दौरान अधिक सुरक्षा मिलती है।