हरियाणा में अटल सेवा केंद्र को लेकर सरकार ने लिया बड़ा डिसीजन, अब घर बैठे इन सरकारी सुविधाओं का उठा पाएंगे फायदा
आज के डिजिटल युग में जहां हर सेवा की पहुँच ऑनलाइन हो रही है। प्रदेश के नागरिकों के लिए यह सुनिश्चित करना कि वे बिना किसी परेशानी के इन सेवाओं का लाभ उठा सकें, सरकार की प्राथमिकता बन गई है। इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए। प्रदेश की हर पंचायत में 'अटल सेवा केंद्र' स्थापित किए जाने की योजना को साकार किया जा रहा है।
सरकार ने न केवल नागरिकों को डिजिटल सेवाओं का लाभ उठाने में सहायता प्रदान की है। बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित किए हैं। इस पहल से भविष्य में डिजिटल इंडिया की दिशा में और भी प्रगति की उम्मीद की जा सकती है।
ऑपरेटरों की नियुक्ति और योग्यता
इन केंद्रों के लिए ऑपरेटरों का चयन एक विस्तृत प्रक्रिया के माध्यम से किया गया है। जिसमें दो तरह की लिखित परीक्षाओं को पास करना अनिवार्य था। चयनित ऑपरेटरों को कम से कम 12वीं कक्षा पास होने के साथ ही कंप्यूटर का ज्ञान भी होना चाहिए था। इस प्रक्रिया में ग्रेजुएट और उससे अधिक योग्यता प्राप्त युवाओं का भी चयन हुआ है।
सेवा केंद्रों की सुविधाएं और मानदेय
इन अटल सेवा केंद्रों को कंप्यूटर, फर्नीचर, इंटरनेट, बिजली-पानी सहित सभी आवश्यक सुविधाओं से सुसज्जित किया जाएगा। सरकार द्वारा चयनित ऑपरेटरों को फिक्स मासिक मानदेय के रूप में 6 हजार रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा विभिन्न नागरिक सेवाओं के लिए मामूली शुल्क तय किया गया है, जिसका भुगतान ऑनलाइन किया जा सकेगा।
डिजिटलीकरण की ओर एक कदम
सरकार का यह कदम विभिन्न विभागों और बोर्ड-निगमों में नागरिक सेवाओं को ऑनलाइन करने के प्रयासों का हिस्सा है। इसके जरिए गांवों और शहरों में नागरिकों को बिना किसी दिक्कत के सरकारी सेवाओं का लाभ मिल सकेगा। अटल सेवा केंद्रों के माध्यम से वालिएंटर नौकरियों के फार्म भरने विभिन्न सरकारी योजनाओं के लिए आवेदन करने में नागरिकों की मदद करेंगे।
नियुक्ति प्रक्रिया और भविष्य की दिशा
अटल सेवा केंद्रों में ऑपरेटरों की नियुक्ति के लिए विज्ञापन के बाद एक विस्तृत चयन प्रक्रिया अपनाई गई। जिसमें लिखित परीक्षा और मेरिट सूची के आधार पर चयन किया गया। इस प्रक्रिया के माध्यम से गांवों के लिए पहले चरण में 3400 ऑपरेटरों का चयन हुआ है और शहरों के लिए भी इसी तरह की प्रक्रिया जारी है।