यूपी के इस जिले में नैशनल हाइवे के लिए जमीन अधिग्रहण करेगी सरकार, इन जगहों पर जमीन की कीमतों में आ सकता है उछाल
भारतीय राजमार्ग परियोजनाओं में नई क्रांति लाते हुए NH 727-B के निर्माण की प्रक्रिया ने गति पकड़ ली है। यह मार्ग जो नवलपुर से सिकंदरपुर तक 44 किलोमीटर फैला है क्षेत्रीय विकास और संचार में एक नया युग शुरू करने का वादा करता है। NH 727-B का निर्माण न केवल नवलपुर और सिकंदरपुर के बीच यातायात को सुगम बनाएगा।
बल्कि इस क्षेत्र के विकास में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस परियोजना से उम्मीद है कि यह न केवल यात्रा को आसान बनाएगा। बल्कि स्थानीय व्यापार और उद्योगों को भी बढ़ावा देगा। जिससे इस क्षेत्र का व्यापक विकास सुनिश्चित होगा। इस परियोजना के साथ हम एक उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य की आशा कर सकते हैं।
जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया
इस परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया अपने अंतिम चरणों में है। बेल्थरारोड़ के 404 गाटा और सिकंदरपुर तहसील के 550 गाटा को इस निर्माण के लिए चुना गया है। तहसील प्रशासन ने इस प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए कई कदम उठाए हैं।
काश्तकारों की सूची और रोक
तहसील के 24 गांवों से लगभग 38 हेक्टेयर जमीन को अधिग्रहित किया जाना है। इस संदर्भ में प्रशासन ने भूमि की खरीद-बिक्री पर रोक लगा दी है ताकि परियोजना में किसी प्रकार की बाधा न आए।
निर्माण की सुविधाएँ और लाभ
NH 727-B के निर्माण से न केवल स्थानीय समुदाय को सहूलियत होगी। बल्कि यह क्षेत्रीय संपर्क और व्यापार के नए अवसर भी खोलेगा। इसके चलते स्थानीय विकास में तेजी आने की संभावना है।
प्रशासन की भूमिका और प्रतिबद्धता
इस परियोजना में अपर जिलाधिकारी (भू राजस्व) त्रिभुवन का कहना है कि अधिग्रहित भूमि की सीमा के अंदर पड़ने वाली जमीनों का अधिग्रहण दो दिन में पूरा कर लिया जाएगा। इससे स्पष्ट है कि प्रशासन इस परियोजना को जल्दी और सुचारू रूप से पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।