मध्यप्रदेश के इन 10 जिलों में किसी भी टाइम हो सकती है बरसात, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने पिछले कुछ दिनों से बताया है कि राज्य के कई जिलों में मानसून की विदाई होने लगी है। कल, यानी शुक्रवार को पूरे दिन राज्य में कोई वर्षा नहीं हुई। 24 घंटे के बीच, जबलपुर संभाग के जिलों में कुछ स्थानों पर बहुत कम वर्षा हुई। जहां वर्षा का एक और दौर रुकने से राज्य के कई जिलों के टेंपरेचर में भारी वृद्धि हुई है।
शुक्रवार को दमोह जिला सबसे गर्म था। दक्षिण पश्चिम मानसून ने टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, कटनी, जबलपुर, दमोह, सागर, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बैतूल, नर्मदापुरम, हरदा, रायसेन, विदिशा, भोपाल, सीहोर, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर सहित कई जिलों में प्रवेश किया है।
वर्तमान में, दक्षिण-पश्चिमी वर्षा ऋतु की निकासी लाइन लखनऊ, सतना, नागपुर, परभणी, पुणे और अलीबाग से आती है। अब राज्य की सर्वाधिक और कम से कम टेंपरेचर में भी काफी बदलाव देखने को मिले हैं। वहीं आकाश से मेघों के छटने के चलते सूर्य की किरणें बहुत तीव्र हो गई हैं। कई जिलों में भारी गर्मी है।
कल सर्वाधिक गर्म जिला रहा दमोह
शुक्रवार को गुना और दमोह में तापमान 37 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया था। इसके अलावा, खजुराहो में 36, नोगांव में 35, सागर में 35,9, टीकमगढ़ में 34, जबलपुर में 34,4, भोपाल में 34,3, ग्वालियर में 36,8 और इंदौर में 33.4 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान पहुंच गया है।
कम से कम तापमान भोपाल में 20.6 डिग्री सेल्सियस, ग्वालियर में 18.4 डिग्री सेल्सियस और ग्वालियर में 18.4 डिग्री सेल्सियस था। साथ ही शुक्रवार को बृहस्पतिवार की तुलना में तापमान कम से कम बढ़ा।
आज इन जिलों में शायद वर्षा हो
मौसम विभाग ने कहा कि आज शनिवार को बुरहानपुर, खरगोन, सिंगरौली तथा सीधी में हल्की वर्षा हो सकती है। शेष जिलों में मौसम काफी साफ रह सकता है। मौसम विभाग का अनुमान है कि आगामी कुछ दिनों में पूर्वी मध्य प्रदेश से दक्षिण पश्चिम की वर्षा ऋतु पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी। अगले सप्ताह के बीच राज्य में सबसे अधिक पारे में मंदी और सबसे कम पारे में मंदी भी हो सकती है।