वो मुगल बादशाह जो अपनी सौतेली मां से कर बैठा था इश्क, फिर सौतेली मां के साथ हुआ ये कांड
मुगल वंश की गाथाएँ न केवल उनकी विजयों और शासन की कहानियों से भरी पड़ी हैं बल्कि इनमें प्रेम कथाओं का भी अमृत घुला हुआ है।
मुगल वंश की गाथाएँ न केवल उनकी विजयों और शासन की कहानियों से भरी पड़ी हैं बल्कि इनमें प्रेम कथाओं का भी अमृत घुला हुआ है। जहां एक ओर जोधा-अकबर और शाहजहां-मुमताज की प्रेम कहानियाँ इतिहास के पन्नों पर अमर हो गईं वहीं कुछ अन्य कहानियाँ हैं जो अनोखी प्रेम की मिसाल पेश करती हैं।
एक अनोखी प्रेम कहानी
सलीम (जहाँगीर) और अनारकली की प्रेम कहानी मुगल इतिहास में सबसे ज्यादा विवादास्पद और चर्चित कहानियों में से एक है। इस कहानी में जो अनोखापन है, वो यह कि अनारकली को सलीम की सौतेली मां के रूप में देखा जाता है। यह प्रेम कहानी न केवल प्रेम की गहराइयों को दर्शाती है बल्कि यह भी बताती है कि कैसे प्रेम कभी-कभी समाज के बनाए नियमों से परे होता है।
अनारकली
अकबर के शासनकाल में अनारकली ने न केवल सम्राट की कनीज के रूप में अपनी सेवाएं दीं बल्कि उन्होंने अपने सौंदर्य और चारित्रिक गुणों से सभी का दिल जीता। लेकिन, जब अनारकली और सलीम के प्रेम प्रसंग की खबरें साम्राज्य में फैलने लगीं, तो अकबर ने इसे अपने शासन और परिवार की मर्यादा के लिए खतरा माना।
एक प्रेम कहानी का दुखद अंत
अकबर ने अनारकली और सलीम को अलग करने के लिए अनेक प्रयास किए, लेकिन सफल नहीं हुए। अंत में, अकबर ने अनारकली को दीवार में चुनवा देने का आदेश दिया, जिससे यह प्रेम कहानी एक दुखद अंत को प्राप्त हुई। हालांकि, सलीम ने अनारकली की याद में लाहौर में एक मकबरा बनवाया, जिसे आज भी अनारकली के मकबरे के नाम से जाना जाता है।
प्रेम कहानिया अमर
मुगल वंश की प्रेम कहानियाँ हमें यह सिखाती हैं कि प्रेम किसी भी सीमा को पार कर सकता है। चाहे वह जोधा-अकबर की कहानी हो या सलीम और अनारकली की, प्रेम हमेशा अमर रहता है। इन कहानियों का वर्णन इतिहास के पन्नों पर न केवल उनके प्रेम की गहराई को दर्शाता है बल्कि यह भी बताता है कि कैसे प्रेम के आगे सभी बाधाएँ छोटी पड़ जाती हैं।