दुनिया का अनोखा ऐसा जीव जो साल में एकबार भी पीता है पानी, फिर नही पीता एक भी बूंद पानी
एक इंसान को जिंदा रहने के लिए पानी पीना बहुत जरूरी है। बिना पानी के इंसान नहीं जी पाएगा इंसानों के लिए पानी बहुत जरूरी होता है। अगर आप एक-दो दिन पानी नहीं पीते हैं तो इससे हमारी हालत खराब होने लग जाती है हम बीमार होने लग जाते हैं।
वहीं अगर एक हफ्ते तक पानी न पिए तो हमारी मौत भी हो सकती है। इसलिए कहा जाता है कि जिंदा रहने के लिए पानी बहुत जरूरी है। लेकिन इंसान के अलावा दुनिया में एक ऐसा प्राणी भी है, जो साल में एक बार पानी पीता है वह भी खास मौके पर चलिए जानते हैं कौन सा प्रजाति है।
कौन सा है यह पक्षी
आपको बता दें कि, जैकोबिन कुक्कू यानि चातक एक ऐसा पक्षी है जो सिर्फ बारिश का पानी पीता है। इसे पपीहा भी कहा जाता है। इसके बारे में भारतीय साहित्य में लिखा है कि यह बारिश की पहली बूँद पी जाता है। यदि चातक पक्षी को साफ पानी वाले तालाब में डाल दिया जाए तो भी वह अपनी चोंच बंद कर लेगा और पानी नहीं पिएगा।
इतना ही नहीं अगर भारत में इनकी प्रजाति की बात की जाए तो दो जातक की आबादी पाई जाती है। कई पक्षी ऐसे हैं जो इलाकों में रहते हैं और कई मानसूनी हवाओं के साथ अरब सागर को भी पार करते हुए भारत का रुख पकड़ लेते हैं।
क्या खाता है यह पक्षी
अगर पक्षी के खाने-पीने की बात की जाए तो वह दाने कहते हैं। चातक पक्षी का वैज्ञानिक नाम क्लैमेटर जैकोबिनस है। क्लेमेटर का हिंदी में अर्थ होता है चिल्लाना यानी एक पक्षी जो बहुत मुखर होता है। चातक पक्षी मुख्यतः कीड़े-मकोड़े खाते हैं, इनके भोजन में टिड्डे, भृंग आदि भी शामिल हैं।
हालांकि कई बार उन्हें फल और जामुन खाते हुए भी देखा गया है। इस तरह के पक्षियों से जुड़ी अनोखी बात यह है कि यह पक्षी अपने अंडे दूसरे पक्षियों के घोसले में देता है। इतना ही नहीं यह बबलर और बुलबुल जैसे आकार के पक्षियों को देखा है यह अपने रंगीन एंड को घोसले में रख देते हैं।