47 साल पुरानी गोलगप्पों की इस दुकान के स्वाद का नही है कोई तोड़, विदेशी लोग भी जबरदस्त टेस्ट की करते है तारीफ
नवलगढ़ देश भर में अपनी हवेलियों के लिए जाना जाता है, लेकिन पर्यटकों को यहां की चाट भी अच्छी लगती है। नवलगढ़ में चाट और सिकाई के राजभोग बहुत लोकप्रिय हैं। यहाँ की आइसक्रीम भी खाने के साथ चटकारती है। 1976 से नवलगढ़ में नवलगढ़ पुचका पैलेस चल रहा है। पुचका पैलेस बहुत बड़ा स्थान नहीं है। यह बस एक छोटा सा स्टॉल है। 1976 से तुलसीराम सैनी इस पर पुचके बेच रहे हैं। यह पुचके बेचने की दूसरी पीढ़ी है।
तुलसीराम अभी अपने बेटे के साथ काम कर रहे हैं। तुलसीराम ने बताया कि वह पिछले कई सालों से यह काम कर रहे हैं। वह अभी नवलगढ़ की मित्र चौक में अपना ठेला लगा रहे हैं। जिस पर नवलगढ़ के बाहर भी लोग आते हैं। बल्कि उनकी दही पापड़ी और गोलगप्पों का स्वाद भी विदेशी पर्यटकों को मिलता है।
आलू टिक्की- पाव भाजी भी बनी लोगों की पसंद
तुलसीराम ने गोलगप्पे बनाने की रेसिपी बताते हुए कहा कि वह पहले गेहूं के आटे से गोलगप्पे बनाते थे। और लोगों को उस समय मीठे गोलगप्पे खिलाए जाते थे। उसके बाद, वे धीरे-धीरे मैदा के गोलगप्पे बनाने लगे।इनके बनाए हुए गोलगप्पे आज बहुत लोकप्रिय हैं। विवाह शादी में लोगों को चाऊमीन, आलू टिक्की, पाव भाजी और गोलगप्पे भी बहुत पसंद आते हैं।
10 रुपए में देते है 4 गोलगप्पे
तुलसीराम ने बताया कि वह लोगों को अपने पुचके बनाने की रेसिपी के साथ ऑर्गेनिक भोजन देते हैं। जिसमें खेतों से ऑर्गेनिक सब्जियां मिली। साथ ही, वे भेलपुरी बनाते हैं, जो लोगों को बहुत पसंद आती है। तुलसीराम ने बताया कि उन्होंने लगभग पूरे राज्य में काम किया है। पर वे मुख्यतः नवलगढ़ में अपना ठेला लगाते हैं।