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मधुमक्खी पालन से किसानों को होते है ये बड़े फायदे, बहुत कम लोगों को होगी इसकी जानकारी

मधुमक्खी पालन व्यवसाय भारत में तेजी से बढ़ रहा है जो कम निवेश में अधिक लाभ का वादा करता है.
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benefits of bee farming: मधुमक्खी पालन व्यवसाय भारत में तेजी से बढ़ रहा है जो कम निवेश में अधिक लाभ का वादा करता है. इस क्षेत्र में उद्यमियों को न केवल शहद बल्कि कई अन्य मूल्यवान उत्पाद भी होते हैं जैसे कि मोम, गोंद, पोलेन, विष और रॉयल जेली. यहां जानिए कैसे मधुमक्खी पालन आपके लिए एक लाभकारी व्यवसाय बन सकता है.

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कम निवेश, अधिक मुनाफा

मधुमक्खी पालन के लिए जरूरी नहीं है कि आपके पास बड़ी भूमि हो. यह व्यवसाय छोटी सी जगह में या यहां तक कि पेड़ों के नीचे भी शुरू किया जा सकता है. इसकी स्थापना में लागत कम है, परंतु यह लंबे समय में उच्च लाभ दे सकती है.

सरकारी सहायता और अनुदान

भारत सरकार मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के लिए 50 से 75 प्रतिशत तक की सब्सिडी प्रदान करती है. इस सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए आपको संबंधित ट्रेनिंग लेनी होती है, जो कि कृषि विज्ञान केंद्रों या संबंधित विश्वविद्यालयों से प्राप्त की जा सकती है.

अलग अलग उत्पाद और उनके लाभ

मधुमक्खी पालन से न केवल शहद प्राप्त होता है बल्कि अन्य उत्पाद जैसे मोम, गोंद, पोलेन, विष और रॉयल जेली भी मिलते हैं, जिनका उपयोग विभिन्न चिकित्सीय और सौंदर्य प्रसाधन उत्पादों में किया जाता है. ये सभी उत्पाद बाजार में अच्छी कीमत पर बेचे जाते हैं.

मार्केट में शहद और मोम की कीमत 

वर्तमान में शहद की कीमत लगभग 350 रुपये प्रति किलो होती है, जबकि मोम की कीमत लगभग 400 रुपये प्रति किलो होती है. रॉयल जेली की कीमतें और भी अधिक होती हैं क्योंकि इसके कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं.