शादीशुदा महिलाओं के इन अंगो से पता चल जाता है उनका करेक्टर, चालू औरतें मौका मिलते ही मार देती है चौका
आचार्य चाणक्य की नीतियां केवल भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में अपनाई जाती है। भारतीय इतिहास में चाणक्य को एक महान विद्वान, रणनीतिज्ञ और गुरु के रूप में जाना जाता है। उनकी नीतियां जो उन्होंने "चाणक्य नीति" में वर्णन की हैं आज भी दुनिया भर में विख्यात हैं। इन नीतियों का पालन करके अनेक लोगों ने न केवल अपने जीवन को सुधारा है बल्कि विश्व पटल पर अपनी एक अलग पहचान भी बनाई है।
जीवन में सही दिशा दिखाने वाली चाणक्य नीति
चाणक्य की नीतियों में जीवन के हर पहलू को समझाया गया है चाहे वो राजनीति हो आर्थिक प्रबंधन हो सामाजिक व्यवहार हो या फिर नैतिक उपदेश। इन नीतियों का मूल संदेश है कि व्यक्ति को चाहिए कि वह सही निर्णय लेने की क्षमता विकसित करे और अपने जीवन को सुधारने की दिशा में अग्रसर हो।
चाणक्य नीति
चाणक्य ने अपनी नीतियों में चरित्रहीनता के कुछ विशेष लक्षणों का उल्लेख किया है। उनका मानना था कि व्यक्ति के बाहरी लक्षण उसके आंतरिक गुणों और स्वभाव को प्रकट करते हैं। चाणक्य के अनुसार छोटी गर्दन वाली महिलाएँ अक्सर दूसरों पर निर्भर रहती हैं जबकि बहुत लंबी गर्दन वाली महिलाएँ अपने वंश के लिए हानिकारक होती हैं। इसी तरह चपटी गर्दन वाली महिलाओं को उन्होंने क्रूर और गुस्सैल बताया है।
स्वभाव और व्यक्तित्व के अन्य लक्षण
चाणक्य ने महिलाओं के व्यक्तित्व के कुछ अन्य लक्षणों का भी वर्णन किया है। जैसे कि जिन महिलाओं की आंखें पीली और डरी-डरी होती हैं उनका स्वभाव बहुत बुरा होता है। इसी प्रकार बालों वाले कान और असमान आकार के कान वाली महिलाएँ घर में क्लेश का कारण बन सकती हैं।
आधुनिक संदर्भ में चाणक्य नीति
चाणक्य नीति को आज के संदर्भ में अपनाने का तरीका थोड़ा भिन्न हो सकता है। आज के युग में जहाँ समाज में समानता और व्यक्तिगत स्वतंत्रता को बढ़ावा दिया जाता है, चाणक्य की इन नीतियों को शब्द रूप से न लेकर उनके मूल संदेश को समझने की जरूरत है। यह संदेश है कि व्यक्तिगत गुणों और स्वभाव की पहचान करना और उन्हें सुधारना जीवन में सफलता की कुंजी है।