Hyundai और Kia की इन कारों के पीछे हाथ धोकर पीछे पड़े है चोर, असली कारण सुनकर तो आपके दिमाग का भी हो जाएगा दही
अमेरिका एक समृद्ध देश है, लेकिन चोरी काफी आम है। Kia और Hyundai की कुछ कारों की चोरी पिछले तीन वर्षों में दस गुना बढ़ी है। इंश्योरेंस स्टैटिसटिक्स देखें तो हुंडई और किया ने 2020 की पहली छमाही से 2023 की पहली छमाही के बीच कारों के थेफ्ट इंश्योरेंस क्लेम में 10 गुना की बढ़ोतरी की है।
आंकड़े बताते हैं कि 2020 की पहली छमाही में हर 1000 हुंडई और किया कार में से केवल 1.6 चोरी हुई थीं। 2023 के पहले छमाही में यह आंकड़ 11.2 तक बढ़ा है। Hyundai और Kia की गाड़ी इसलिए चर्चा में आती है क्योंकि अन्य कंपनियों की गाड़ी में कोई स्पष्ट अंतर नहीं देखा गया है। 2022 की पहली छमाही के दौरान हुंडई और किया कारों का थेफ्ट क्लेम बाकी कार कंपनियों से 7 गुना अधिक था।
Hyundai और Kia कार इसलिए होती है चोरी
2015 से 2019 के बीच निर्मित Hyundai और Kia की पुरानी गाड़ी उन्हें चुराना बहुत सरल है। इन कंपनियों की कारों के मूल मॉडल में टर्न इग्निशन फीचर होता है, जो इन्हें चोरी करना बहुत आसान बनाता है।
इन कारों में मूल ऑटो थेफ्ट प्रिवेंशन टेक्नोलॉजी भी नहीं है। ऐसी परिस्थितियों में इलेक्ट्रॉनिक इमोबिलाइजर विशेषता बहुत उपयोगी है। लेकिन इन कारों में यह फीचर नहीं था।
साथ ही, इन कारों को चोरी करने के तरीके भी सोशल मीडिया पर दिखाए जाते हैं। इन कारों को चुराना और भी आसान हो जाता है, खासकर टिकटोक पर इन वीडियो देखकर। HLDI के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट मैट मूर ने कहा कि ऐसे वीडियो की बढ़ती संख्या ने लोगों को कार चुराना सिखाया है।
इसके परिणामस्वरूप ऐसी घटनाओं में वृद्धि हुई है। हालाँकि, बढ़ती घटना के कारण अब सरकार भी सत्ता में आ गई है और जल्द ही कोई निर्णय लिया जा सकता है।