भारत का ये शहर बना बेवफा बीवियों का अड्डा, शादीशुदा होते हुए भी गैरमर्दों से संबंध बना रही है महिलाएं
शादी के बाद दूसरे मर्द या औरत से संबंध बनाने का चलन भारत में भी बढ़ता जा रहा है। एक ऐसी परिस्थिति जहां दो लोगों के बीच के विशेष संबंधों को बहुत ही पवित्र माना जाता था वहां अब बदलाव की आहट सुनाई दे रही है।
शादी के बाद दूसरे मर्द या औरत से संबंध बनाने का चलन भारत में भी बढ़ता जा रहा है। एक ऐसी परिस्थिति जहां दो लोगों के बीच के विशेष संबंधों को बहुत ही पवित्र माना जाता था वहां अब बदलाव की आहट सुनाई दे रही है।
डिजिटल दुनिया की नई संस्कृति
आज के डिजिटल युग में, जहां हर चीज़ की तलाश ऑनलाइन हो रही है वहां वैवाहिक जीवन के बाहर संबंधों की तलाश भी अब ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर होने लगी है। इसकी शुरुआत के पीछे एक प्रमुख कारण है विशेष ऑनलाइन डेटिंग ऐप्स का उदय, जो केवल विवाहित व्यक्तियों के लिए बनाए गए हैं। इन ऐप्स के माध्यम से, लोग नए संबंधों की खोज कर रहे हैं और ऐसा करने में उन्हें कोई हिचकिचाहट नहीं है।
ग्लीडन
फ्रांस से शुरू हुआ ग्लीडन ऐप, इस नए चलन का एक मुख्य उदाहरण है। इस ऐप को एक महिला ने बनाया है और यह महिलाओं के लिए मुफ्त है, जबकि पुरुषों को इसकी सेवाओं का उपयोग करने के लिए भुगतान करना पड़ता है। भारत में इसकी शुरुआत 2017 में हुई और तब से इसके यूजर्स की संख्या 2 मिलियन से भी अधिक हो गई है।
बदलते शहरी परिदृश्य
इस ऐप के यूजर्स का आधार न केवल महानगरों तक सीमित है बल्कि टायर-2 और टायर-3 शहरों में भी इसका चलन तेजी से बढ़ रहा है। बेंगलुरु, मुंबई, दिल्ली, कोलकाता सहित विभिन्न शहरों में इसके यूजर्स की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। यह दर्शाता है कि शहरी जीवनशैली के साथ-साथ सामाजिक मान्यताएँ भी बदल रही हैं।
सामाजिक मान्यताओं में बदलाव
यह स्पष्ट है कि विवाहित जीवन में बाहरी संबंधों के प्रति समाज का नजरिया धीरे-धीरे बदल रहा है। यह बदलाव न केवल व्यक्तिगत स्तर पर हो रहा है बल्कि सामाजिक स्तर पर भी इसकी गहराई देखी जा सकती है। हालांकि यह बदलाव कई लोगों के लिए स्वीकार्य नहीं है फिर भी इसे एक नए सामाजिक परिवर्तन के रूप में देखा जा रहा है।