इस देश में होती है सबसे ज्यादा नोटों की छपाई, पड़ोसी देशों के लिए भी नोट छापकर देता है ये देश
वर्तमान समय में अधिकांश देश अपनी मुद्रा स्वयं छापते हैं, परंतु कुछ छोटे देश अभी भी इस कार्य के लिए बाहरी सहायता लेते हैं। इस क्षेत्र में चीन ने अपनी एक अग्रणी स्थिति बना ली है, जिससे वह वैश्विक मुद्रा छापने के क्षेत्र में सबसे आगे निकल चुका है।
जैसे-जैसे वैश्विक डिजिटल लेन-देन बढ़ रहा है, सीबीपीएम ने दुनिया भर के देशों की मुद्रा छापने में अपनी विशेषज्ञता का प्रदर्शन करके एक नई दिशा प्रदान की है। इसके माध्यम से चीन ने वैश्विक अर्थव्यवस्था में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को स्थापित किया है।
चीनी सरकारी कंपनी की पहचान
चाइना बैंकनोट प्रिंटिंग एंड मिंटिंग कॉर्पोरेशन (सीबीपीएम) चीन की एक सरकारी कंपनी है जो न केवल नोट और सिक्के छापती है, बल्कि नोटों में इस्तेमाल होने वाले स्याही, कागज और थ्रेड का उत्पादन भी करती है। इसके प्रिंटिंग सेटअप चीन के कई शहरों में फैले हुए हैं।
विश्व स्तर पर स्थान
सीबीपीएम न केवल चीन में अपितु विश्व स्तर पर भी अपनी एक मजबूत स्थिति रखती है। इसके 10 बड़े कारखाने हैं जहां 18,000 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। चीन का दावा है कि यह सेटअप दुनिया में सबसे सुरक्षित है।
वैश्विक सहयोग
इस कंपनी की शुरुआत चीन की मुद्रा छापने के लिए 1984 में हुई थी। डिजिटल लेन-देन के बढ़ते चलन के बावजूद सीबीपीएम ने अपने क्षेत्र में वृद्धि जारी रखी है। आज यह कंपनी भारत सहित विश्व के अन्य देशों की मुद्रा छापने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
चीन का वैश्विक दबदबा
सीबीपीएम की विशालता और क्षमता अमेरिका और ब्रिटेन के प्रिंटिंग सेटअपों से भी बड़ी है, जो इसे वैश्विक पटल पर एक अग्रणी स्थान प्रदान करती है। इसके पास कर्मचारियों की संख्या और सुरक्षा प्रणाली विश्व स्तर पर अपनी एक अनूठी पहचान बनाती है।