हरियाणा के इस जिलें में फूलों की खेती करके किसान हुआ मालामाल, बिना सरकार की मदद के अपनाया ये खास तरीका
आज कृषि में नई तकनीकें आ चुकी हैं। किसान इससे अधिक मुनाफा भी कमा रहे हैं। किंतु बहुत से किसान अभी भी पारंपरिक खेती पर निर्भर हैं। रणवीर सिंह (Ranveer Singh) हरियाणा के जिला पलवल के गांव पातली कला के किसान हैं, जो किसानों के लिए एक मिसाल बन रहे हैं।
पिछले ३५ वर्षों से रणवीर ने अपने खेतों में फूलों की खेती करके लाखों रुपये की कमाई की है। रणवीर सिंह, एक किसान, ने बताया कि वह खुद अपनी खेती करते हैं और जापान से बीज खरीदकर फूलों की पौध बनाते हैं। किसान कहते हैं कि जब दूसरे किसान फूलों की खेती करने लगेंगे तो वे कोई और फसल नहीं लगाएंगे।
पूरा परिवार सहयोग करता है
किसानों के लिए एक मिसाल बन रहे किसान रणवीर सिंह ने कहा कि पूरा परिवार इस मेहनत के पीछे जिम्मेदार है। उनका कहना था कि उनके तीन बेटे शादीशुदा हैं। रणवीर सिंह, उनकी पत्नियां, उनके तीन बेटे और उनके बच्चे फूलों की खेती करते हैं।
रणवीर सिंह फूल लगाते हैं और उन्हें फूलों के लिए तैयार करते हैं; बाकी काम परिवार करता है; फूलों को तोड़ना, पैक करना और दिल्ली के बाजारों में बेचना। किसान रणवीर सिंह ने कहा कि यह उनकी आजीविका का साधन है, जिससे वह सालाना 30 लाख रुपये तक का मुनाफा कमाते हैं।
सरकारी सुविधाओं की प्रतीक्षा नहीं
किसान ने बताया कि फूलों की खेती में पानी की आवश्यकता कम होती है। नेट हाउस में फूलों पर बूंद-बूंद करके इसे लगाया जाता है। फूलों की अच्छी फसल के लिए खाद और यूरिया भी प्रयोग किए जाते हैं। उनका कहना था कि वे सरकारी सुविधाओं का इंतजार नहीं करेंगे। वह फूलों की खेती नहीं कर पाएगा अगर वह सरकारी सुविधाओं पर ध्यान देगा।
रणवीर सिंह, किसान, चार एकड़ में फूलों की खेती कर रहे हैं। वह सिर्फ फूलों की खेती करता है, अक्टूबर से मई तक; यह पहली बार है कि वह ब्लू डेज़ी फूलों की खेती करता है। जापान से फूलों की खरीद करें। जाली में ड्रिप बनाकर फूलों का पौधा लगाया जाता है। खेत में फूलों की पौधों के लिए क्यारियां बनाई जाती हैं, उन्होंने कहा कि क्यारी 15 फीट लंबी है।