UP के इन 2 जिलों के बीच के इस हाइवे का होगा चौड़ीकरण, मार्च महीने से काम हो जाएगा शुरू
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने बरेली से सितारगंज (Bareilly to Sitarganj) तक एक नवीन हाईवे (Highway) के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है। इस परियोजना (Project) के तहत 65 प्रतिशत जमीन का अधिग्रहण (Land Acquisition) पूरा हो चुका है, और अगले सात दिनों में यह आंकड़ा 80% तक पहुंचने की उम्मीद है।
बरेली-सितारगंज हाईवे का निर्माण क्षेत्रीय विकास, बेहतर यातायात सुविधाओं, और उत्तराखंड के प्रमुख स्थलों के साथ कनेक्टिविटी में वृद्धि करेगा। इस परियोजना के पूर्ण होने से न केवल समय और धन की बचत होगी बल्कि यह क्षेत्रीय विकास के नए द्वार भी खोलेगा।
अनुबंध और निर्माण कार्य
जमीन अधिग्रहण के इस महत्वपूर्ण चरण के पूरा होने के बाद, NHAI एक अनुबंध (Contract) करेगा जिसके तहत निर्माण कार्य (Construction Work) शुरू होगा। पहले चरण (First Phase) में, 32 किलोमीटर की सड़क को चौड़ा किया जाएगा, जिसका काम मार्च से आरंभ होगा।
यातायात में वृद्धि और समय की बचत
वर्तमान में बरेली से सितारगंज तक का मार्ग दोलेन (Two Lane) है। इसे फोरलेन (Four Lane) में उन्नत करने की योजना है, जिसमें पांच मीटर चौड़ा डिवाइडर (Divider) भी शामिल है। इस उन्नतीकरण से न केवल यातायात (Traffic) में वृद्धि होगी बल्कि वाहनों को 100 km/h की गति से चलने का अवसर मिलेगा, जिससे समय की भारी बचत होगी।
क्षेत्रीय विकास में योगदान
इस हाईवे के निर्माण से बरेली, पीलीभीत (Pilibhit) और ऊधमसिंहनगर (Udham Singh Nagar) में व्यापार (Trade), शिक्षा (Education), और रोजगार (Employment) के अवसरों में वृद्धि होगी। आठ बाइपास (Bypasses) के प्रस्ताव से लोगों को सीधा और सुगम मार्ग प्राप्त होगा।
उत्तराखंड से बेहतर कनेक्टिविटी
NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर बीपी पाठक के अनुसार, इस हाईवे के निर्माण से उत्तराखंड (Uttarakhand) के प्रमुख स्थलों जैसे नानकमत्ता (Nanakmatta) और नैनीताल (Nainital) तक पहुंचना आसान हो जाएगा।
तपेश्वरनाथ मंदिर मार्ग का चौड़ीकरण
लोक निर्माण विभाग (Public Works Department) ने तपेश्वरनाथ मंदिर (Tapeshwarnath Temple) मार्ग की चौड़ीकरण प्रक्रिया को गति दी है। इस मार्ग के चौड़ीकरण से धार्मिक यात्रा (Religious Pilgrimage) और आस-पास के क्षेत्रों के विकास में सहायता मिलेगी।