मोदी सरकार की इस स्कीम से महिलाओं की जिंदगी में आया बड़ा बदलाव, इस योजना से जुड़कर महिलाएं कर रही है लाखों में कमाई
ग्रामीण भारत में महिलाएं आर्थिक स्वतंत्रता की ओर एक नई उड़ान भर रही हैं जिसका सहारा बना है 'नमो ड्रोन दीदी योजना'। इस योजना के तहत ग्रामीण महिलाएं ड्रोन चलाने की ट्रेनिंग प्राप्त कर रही हैं और खेती के क्षेत्र में कुछ नया करने की नई राहें तलाश रही हैं।
नमो ड्रोन दीदी योजना के माध्यम से ग्रामीण भारत की महिलाएं तकनीकी नवाचारों के साथ कदम मिलाते हुए आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हैं। इस योजना ने उन्हें न केवल आर्थिक स्वतंत्रता प्रदान की है बल्कि उनके सपनों को भी पंख लगा दिए हैं। इस प्रकार यह योजना न केवल व्यक्तिगत स्तर पर बल्कि समाज के स्तर पर भी एक महत्वपूर्ण परिवर्तन ला रही है।
आर्थिक स्वतंत्रता की ओर एक कदम
नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत प्रशिक्षित महिलाएं खेतों में ड्रोन का उपयोग करके नैनो यूरिया और कीटनाशकों का छिड़काव कर रही हैं। इससे न केवल उनकी आमदनी में इजाफा हो रहा है बल्कि वे अपने परिवार के सपनों को भी साकार कर पा रही हैं।
टेक्नोलॉजी के साथ कदम मिलाती महिलाएं
ड्रोन तकनीक के प्रति जागरूकता और इसके प्रयोग से खेती की लागत में कमी आने के साथ ही उत्पादन में वृद्धि हो रही है। महिलाएं इस नई तकनीक को अपनाकर न केवल आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं बल्कि अपने पारंपरिक रोल मॉडल से आगे बढ़कर समाज में एक नई पहचान भी बना रही हैं।
योजना का उद्देश्य और लाभ
नमो ड्रोन दीदी योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना कृषि क्षेत्र में तकनीकी नवाचारों को बढ़ावा देना और खेती की लागत को कम करना है। इस योजना से महिलाएं न केवल आर्थिक रूप से स्वावलंबी बन रही हैं बल्कि खेती के क्षेत्र में नई क्रांति की शुरुआत भी कर रही हैं।
सर्टिफायड ड्रोन दीदी
योजना के तहत सर्टिफाइड ड्रोन दीदी के रूप में प्रशिक्षित महिलाएं अब अपने समुदाय में एक नई पहचान बना रही हैं। उनकी सफलता की कहानियां अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रही हैं और ग्रामीण समाज में एक सकारात्मक बदलाव ला रही हैं।