यूपी में राशन बांटने के काम में इस खास मशीन का होगा इस्तेमाल, राशन कटौती की समस्या का मिला समाधान
आज के दौर में जहां तकनीकी प्रगति ने हमारे जीवन को सरल बना दिया है। वहीं इसका उपयोग जनहित में भी किया जा रहा है। एक ऐसा ही क्षेत्र है राशन वितरण प्रणाली जहां तकनीक का सहारा लेकर सरकार ने एक बड़ी समस्या का समाधान खोजा है।
राशन वितरण प्रणाली में किए गए इस सुधार से जनपद के गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। तकनीकी प्रगति के इस उपयोग से न केवल घटतौली की समस्या का समाधान हुआ है बल्कि राशन वितरण में पारदर्शिता भी आई है।
राशन वितरण प्रणाली में क्रांति
जनपद में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों के लिए खुशखबरी लेकर आई है राशन वितरण प्रणाली में हुआ सुधार। कोरोना काल से अब तक चल रही राशन कम देने की समस्या को दूर करने के लिए ई-वेइंग स्केल (ईडब्ल्यूएस) का सहारा लिया गया है।
तकनीकी विकास से लाभ
ई-पोस मशीनों को डिजिटल कांटे से जोड़ने का निर्णय लिया गया है। इस प्रक्रिया में राशन कार्डधारक की यूनिट ईडब्ल्यूएस के सॉफ्टवेयर में दर्ज होंगी और अंगूठा लगाते ही कांटा यूनिट के अनुसार तौलेगा। इस व्यवस्था से घटतौली की समस्या को खत्म किया जा सकता है।
कोरोना काल में आई समस्या
कोरोना काल में डीलरों द्वारा कम राशन देने की शिकायतें सामने आईं। ऐसी स्थिति में सरकार ने इस समस्या का हल खोजने की दिशा में कदम उठाए।
ई-पोस मशीनों का उपयोग
ई-पोस मशीनों के माध्यम से राशन वितरण में पारदर्शिता लाने की कोशिश की गई है। यह मशीनें सुनिश्चित करती हैं कि कार्ड धारकों को उनके हक का पूरा राशन मिले।
जनपद के कोटेदारों में बदलाव
इस प्रणाली के तहत 434 दुकानों पर ईडब्ल्यूएस मशीनें पहुंचा दी गई हैं। इससे कोटेदार अब कार्डधारकों को कम राशन नहीं दे पाएंगे।
अंत्योदय कार्डधारकों के लिए विशेष प्रावधान
अंत्योदय कार्डधारकों को तीन माह में एक बार चीनी भी सस्ती दरों पर मिलेगी। इससे गरीब लोगों को बाजार के भाव से कम दर पर चीनी मिल सकेगी।