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खेतों से नीलगाय को दूर रखने में मदद करेगा ये तगड़ा तरीका, खेत में आना तो दूर बल्कि पास जाने से भी डरेगी नीलगाय

रबी सीजन में खेतों में नीलगायों का नुकसान बहुत अधिक होता है। नील गाय गेहू और सरसो की फसल को काफी नुकसान पहुंचाती है।
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खेतों से नीलगाय को दूर रखने में मदद करेगा ये तगड़ा तरीका
   

रबी सीजन में खेतों में नीलगायों का नुकसान बहुत अधिक होता है। नील गाय गेहू और सरसो की फसल को काफी नुकसान पहुंचाती है। खेतो में बाड़ भी इनसे फसल को बचाने में सक्षम नहीं है। नीलगाय अधिकतर जंगल के आसपास के खेतो को नुकसान पहुंचाती है।

ये फसलों को चरने के बजाय पैरो से रोंद देते हैं, जिससे अधिक नुकसान होता है। नुकसान कई राज्यों में इतना अधिक होता है कि किसानों को रात भर जागकर खेतों की देखभाल करनी पड़ती है। लेकिन हम आपको कुछ घरेलू उपायों बताने जा रहे हैं जिनसे आप नीलगाय को खेतो से दूर रख सकते हैं।

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नीलगाय को भगाने के तरीके

बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान में नीलगाय का आतंक काफी अधिक होता है। ऐसे में नीलगायों को खेतों से दूर रखने के लिए घरेलू उपायों का उपयोग किया जा सकता है। इसके लिए चार किलो प्याज को मठे में छीलकर बालू मिटटी के साथ मिलाकर फसल में छिड़कना चाहिए. इससे नीलगाय की महक खेतों के आसपास नहीं फटकेगी। और फसलों को कोई नुकसान नहीं होगा। 您 भी खेत की मेड़ पर लेमन ग्रास, मेथा या तुलसी का पौधा लगा सकते हैं। नीलगाय अपनी सुगंध के कारण खेतों में नहीं जाती। तम्बाकू और नीम की पत्तियों का घोल बनाकर खेतों में छिड़काव करने से भी नीलगाय को बचाया जा सकता है।

अंडो एवं वाशिंग पावर का उपयोग

15 अंडे और 50 ग्राम वाशिंग पाउडर को 25 लीटर पानी में घोलकर खेतो में छिड़कने से भी नीलगाय खेतो में नहीं आती। नीलगायों को दूर रखने के लिए अण्डे में एक विशेष प्रकार की गंध होती है। इसके अलावा, खेतों में जहां नीलगाय आती है, लाइट को नियंत्रित करके रखे, इससे नीलगाय खेतों से काफी दूर रहती है। लाइट को ऐसे लगाया कि वह हिलती हुई दिखे। हवा में हिलती रहें।