धरती का सबसे ताकतवर फलो में सबसे ऊपर है ये अनोखा फल, एकबार खेती कर ली तो सालों तक होगी कमाई
आजकल की तेजी से बदलती जीवनशैली में स्वास्थ्य और पोषण को लेकर लोग काफी आसान हो गए हैं। इसी क्रम में एवोकाडो ने अपनी एक विशेष पहचान बनाई है। यह फल न सिर्फ अपने पोषण तत्वों के लिए, बल्कि इसके विविध उपयोगों के कारण भी खास माना जाता है। बाजार में इसकी कीमत 250 से 300 रुपए प्रति फल होने की वजह से किसानों के लिए यह एक लाभदायक फसल साबित हो सकती है। इसका इस्तेमाल जैम, जूस, सलाद और विभिन्न खाद्य पदार्थों में होता है।
भोपाल में एवोकाडो की खेती का प्रयोग
हाल ही में भोपाल के किसान हर्षित गोधा ने एवोकाडो की खेती की ओर रुख किया है। उन्होंने इजरायल की तकनीकी अपनाकर अपने खेत में पांच प्रकार के एवोकाडो लगाए हैं जिनमें हास, लाम्भास, पिंकर्तन, एटिंगर, और रीट शामिल हैं। उनका कहना है कि इनकी खेती करने से न सिर्फ उत्पादन में वृद्धि हुई है, बल्कि आर्थिक लाभ भी काफी अच्छा है।
खेती के लिए उपयुक्त परिस्थितियाँ
एवोकाडो की खेती के लिए आदर्श तापमान 20 से 15 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच होता है। इसकी खेती के लिए अम्लीय मिट्टी जिसका पीएच मान 6.7 हो, को सबसे उपयुक्त माना गया है। खेत की गहरी जुताई के बाद, नर्सरी में बीज को करीब 7 माह तक उगाने के बाद खेत में लगाना चाहिए।
फसल की देखभाल और उत्पादन का समय
एवोकाडो की खेती मुख्य रूप से मार्च-अप्रैल और सितंबर-अक्टूबर के दौरान की जाती है। इस दौरान की गई खेती का परिणाम लगभग डेढ़ साल में मिलना शुरू हो जाता है, जिससे किसानों को समय-समय पर अच्छी आय हो सकती है। इसके अलावा, खेत में उचित सिंचाई और खाद का प्रयोग कर फसल की बढ़वार और बीमारियों से बचाव सुनिश्चित किया जा सकता है।
एवोकाडो के स्वास्थ्य लाभ
एवोकाडो न केवल एक स्वादिष्ट फल है, बल्कि इसके सेवन से कई स्वास्थ्य सम्बंधित लाभ भी होते हैं। यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने, डायबिटीज को कम करने, बालों के झड़ने और त्वचा रोगों में फायदेमंद होता है। इसके अलावा, यह आंखों की रोशनी को बेहतर बनाने और शरीर की सूजन को कम करने में भी मदद करता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ इस फल के सेवन की सलाह देते हैं, जिससे जीवनभर स्वस्थ रहा जा सके।