कम लागत में अच्छी कमाई करने के लिए सफेद नही बल्कि ये गोभी लगाने में है फायदा, मुनाफा देखकर तो हो जाएगा दिल खुश
बिहार के किसान अब पारंपरिक खेती (Traditional Farming) से आगे बढ़कर नवाचारी पद्धतियों (Innovative Methods) को अपनाने लगे हैं। आरा (Ara) शहर के निवासी जितेंद्र चौधरी जैसे किसानों ने रंगीन फूलगोभी (Colorful Cauliflower) की खेती कर न केवल नई संभावनाओं को तलाशा है।
बल्कि अच्छे मुनाफे (Profit) की राह भी प्रशस्त की है। बिहार के किसानों द्वारा रंगीन फूलगोभी की खेती करने का यह प्रयोग न केवल उनके लिए लाभकारी सिद्ध हुआ है, बल्कि यह अन्य किसानों के लिए भी एक प्रेरणा (Inspiration) है।
यह दिखाता है कि पारंपरिक खेती के साथ-साथ नई तकनीकों और नवाचारों (Innovations) को अपनाकर किसान न केवल अधिक मुनाफा कमा सकते हैं, बल्कि खेती के क्षेत्र में एक नई क्रांति (Revolution) का आगाज भी कर सकते हैं।
रंगीन फूलगोभी की खासियत
रंगीन फूलगोभी, जिसे वैज्ञानिक नामों कैरेटीना (Carotena) और एलिनटीला (Alintila) से जाना जाता है, ने बाजार में एक नया रुझान (Trend) सेट किया है। इसकी मांग (Demand) और रेट (Rate) दोनों ही सामान्य गोभी की तुलना में काफी अधिक है, जो किसानों के लिए एक लाभकारी सौदा साबित हो रहा है।
प्रयोग और सफलता
जितेंद्र चौधरी ने एजेंटा बीज कंपनी (Aagenta Seed Company) के प्रयोग के तौर पर इस विशेष बीज को एक बीघा जमीन पर लगाया। लगभग 90 दिनों के बाद, खेत में गोभी की फसल (Crop) तैयार हो गई, जिससे उन्हें तीन महीने की मेहनत में लगभग 3 लाख रुपये की कमाई (Earnings) हुई।
बाजार में डिमांड और रेट
रंगीन फूलगोभी की बढ़ती डिमांड के साथ, इसका रेट भी मार्केट में काफी उच्च है। जहां सामान्य गोभी 20 रुपये प्रति किलो (Per Kilogram) में बिक रही है, वहीं रंगीन गोभी 50 रुपये प्रति किलो में बिक रही है, जिससे किसानों को दोगुना से अधिक मुनाफा हो रहा है।
सेहत के लिए लाभकारी
कृषि वैज्ञानिक पीके द्विवेदी (Agricultural Scientist PK Dwivedi) के अनुसार, रंगीन गोभी में पाए जाने वाले गेन्थोफिल और एंटी ऑक्सीजेंट (Anthocyanins and Antioxidants) खून में बनने वाले विष को साफ करते हैं और रक्त के बहाव को शुद्ध करते हैं, जिससे छोटी-मोटी बीमारियां दूर होती हैं। इस तरह यह गोभी न केवल आर्थिक लाभ प्रदान करती है बल्कि सेहत (Health) के लिए भी बेहद फायदेमंद है।