ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए RTO ऑफिस के नहीं काटने पड़ेंगे चक्कर, इस तरीके से आसानी से हो जाएगा काम
भारत में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना एक अनिवार्य प्रक्रिया है, जिसे प्रत्येक वाहन चालक को पूरा करना चाहिए। इसके लिए सबसे पहला कदम है लर्निंग लाइसेंस का आवेदन करना। इससे आपको ड्राइविंग के नियमों की बुनियादी जानकारी हो जाती है और आप ड्राइविंग की प्रैक्टिस कर सकते हैं।
ऑनलाइन आवेदन की सुविधा
भारतीय मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार, अब आप घर बैठे ही अपने ड्राइविंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। यह प्रक्रिया सरल है और इसमें आपको किसी RTO कार्यालय का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ती। आपको बस आवश्यक दस्तावेज ऑनलाइन अपलोड करने होते हैं और आवेदन शुल्क अदा करना होता है।
लर्निंग लाइसेंस जरूरी
लर्निंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने के बाद, आपको एक ऑनलाइन टेस्ट देना होता है जिसमें ट्रैफिक नियमों और सिग्नलों की जानकारी की जांच की जाती है। इस टेस्ट को पास करने के बाद ही आपको लर्निंग लाइसेंस जारी किया जाता है, जो कि आपको औपचारिक रूप से सड़क पर वाहन चलाने की अनुमति देता है।
पूर्ण ड्राइविंग लाइसेंस की प्रक्रिया
लर्निंग लाइसेंस प्राप्त करने के कुछ महीने बाद, आपको फिर से RTO में एक ड्राइविंग टेस्ट के लिए आवेदन करना होता है। इस टेस्ट में आपकी ड्राइविंग क्षमता का मूल्यांकन किया जाता है। टेस्ट पास करने के बाद ही आपको वास्तविक ड्राइविंग लाइसेंस दिया जाता है।
लाइसेंस की वैधता और रिनू
एक बार जब आपको आपका ड्राइविंग लाइसेंस मिल जाता है, तो इसे समय-समय पर नवीनीकृत करने की आवश्यकता होती है। ड्राइविंग लाइसेंस की वैधता आमतौर पर कुछ वर्षों के लिए होती है, और इसके समाप्त होने पर इसे नवीनीकृत कराना अनिवार्य होता है।