मैरिज सर्टिफिकेट बनवाने के लिए सरकारी दफ्तरों के नही काटने पड़ेंगे चक्कर, घर बैठे ऑनलाइन कर सकेंगे आवेदन
शादी आत्माओं का मिलन होती है, लेकिन इस मिलन को कानूनी मान्यता देने के लिए रजिस्ट्रेशन एक अनिवार्य प्रक्रिया है। अब तक शादी का रजिस्ट्रेशन करवाना कई बार एक जटिल प्रक्रिया साबित होती थी, लेकिन कर्नाटक सरकार ने इसे सरल बना दिया है।
कर्नाटक सरकार की यह पहल न केवल शादी के रजिस्ट्रेशन को सरल बना रही है, बल्कि यह डिजिटल इंडिया की ओर एक महत्वपूर्ण कदम भी है। यह योजना निश्चित रूप से आवेदकों के लिए एक बड़ी राहत प्रदान करती है और महिलाओं के अधिकारों की रक्षा में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
डिजिटल युग में रजिस्ट्रेशन की नई दिशा
शादी के बाद रजिस्ट्रेशन अब एक सरकारी वेबसाइट के माध्यम से आसानी से किया जा सकता है। आवेदकों को केवल अपनी शादी का कार्ड, फोटो और वीडियो अपलोड करने होंगे। यह प्रक्रिया न केवल समय की बचत करती है बल्कि शादी के रजिस्ट्रेशन को और भी सुगम बनाती है।
रजिस्ट्रेशन का डिजिटल प्रमाण
शादी के रजिस्ट्रेशन के बाद आवेदकों को एक क्यूआर कोड के सहित ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट प्राप्त होगा। यह क्यूआर कोड शादी का प्रूफ और रजिस्ट्रेशन का प्रमाण होगा। इस प्रक्रिया के तहत आवेदकों को विवाह प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए उप-रजिस्ट्रार के कार्यालय तक जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
कर्नाटक के निवासियों के लिए विशेष सेवा
यह सुविधा विशेष रूप से कर्नाटक के निवासियों के लिए है। घर बैठे यह काम करने की सुविधा से कर्नाटक के निवासी बेहद खुश हैं। इससे उन्हें समय और संसाधनों की बचत हो रही है।
पायलट प्रोजेक्ट की सफल शुरुआत
बेंगलुरु के मल्लेश्वरम में शुरू किए गए पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद कर्नाटक सरकार इसे पूरे राज्य में लागू करने की योजना बना रही है। राजस्व मंत्री कृष्णा बायरे गौड़ा के अनुसार इस योजना का उद्देश्य शादियों के रजिस्ट्रेशन को बढ़ावा देना और आवेदकों की परेशानी को कम करना है।
वेबसाइट पर कैसे करें लॉगिन
जो लोग अपनी शादी का रजिस्ट्रेशन करवाना चाहते हैं, उन्हें कावेरी 2.0 वेबसाइट पर लॉगिन करना होगा। वेबसाइट पर आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने के बाद सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने पर डिजिटल हस्ताक्षर और क्यूआर कोड के साथ डिजिटल प्रमाण पत्र उपलब्ध करवाया जाएगा।