Today Garlic Price: प्याज की कीमतों ने रुलाया तो लहसुन ने कर दी किसानों की मौज, मार्केट में लहसुन का मिल रहा अच्छा दाम
महाराष्ट्र के किसानों के लिए इस वर्ष लहसुन एक वरदान साबित हुआ है। जहां प्याज जैसी फसलों के दाम में गिरावट ने किसानों को मायूस किया। वहीं लहसुन ने उनकी उम्मीदों को नई उड़ान दी। इस साल लहसुन की खेती करने वाले किसानों की कमाई में अच्छी बढ़ोतरी हुई है।
लहसुन की उच्च कीमतें
मंडियों में लहसुन का दाम 200 रुपये प्रति किलो तक निल रहा है, जो कि पिछले साल की तुलना में काफी ज्यादा है। प्याज के दामों में आई गिरावट के बावजूद लहसुन ने किसानों को एक नई आशा दी है। पिछले वर्ष जहां लहसुन 10 से 20 रुपये प्रति किलो में बेचा गया था। वहीं इस साल दाम में भारी उछाल आया है।
मध्य प्रदेश और राजस्थान लहसुन उत्पादन में अग्रणी
लहसुन के उत्पादन में मध्य प्रदेश सबसे आगे है। इसके बाद राजस्थान, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश का नंबर आता है। इस बार कम उत्पादन होने के कारण लहसुन की कीमतों में वृद्धि हुई है। यह वृद्धि किसानों के लिए एक सकारात्मक संकेत है। जिन्होंने पिछले साल कम दामों के कारण खेती में कटौती की थी।
अदरक का दाम भी संतोषजनक
न केवल लहसुन बल्कि इस साल अदरक के दाम भी किसानों के लिए संतोषजनक रहे हैं। महाराष्ट्र एग्रीकल्चरल मार्केटिंग बोर्ड के अनुसार ड्राई अदरक का दाम 46000 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुँच गया जो कि पिछले साल की तुलना में काफी ज्यादा है।
मंडियों में लहसुन की कीमतें
अकलुज मंडी में 29 मार्च को 12 क्विंटल लहसुन बिकने के लिए आया। यहां न्यूनतम दाम 9000, अधिकतम 9000 और औसत दाम 9000रुपये प्रति क्विंटल रहा। वही अहमदनगर में 14 क्विंटल लहसुन की आवक हुई। न्यूनतम दाम 1000 और अधिकतम 18000 पये प्रति क्विंटल रहा। औसत दाम 14000 रुपये प्रति क्विंटल रहा।
छत्रपती संभाजीनगर जिले मंडी में 169 क्विंटल लहसुन की आवक हुई। न्यूनतम दाम 10000 और अधिकतम 18000 पये प्रति क्विंटल रहा। औसत दाम 12500 रुपये प्रति क्विंटल रहा।