बीकानेर में तूफान से तिनके की तरह उड़ गया टोल नाका, जान बचाने के लिए कर्मचारियो में मची अफरा तफरी
राजस्थान (Rajasthan) में पिछले दो दिनों का मौसम (weather) ने एक भयावह रूप ले लिया है। पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के प्रभाव से बीकानेर (Bikaner) जिले में तूफान (storm) और ओलावृष्टि (hailstorm) ने तबाही मचा दी है। खासकर महाजन इलाके में टोल नाका (Toll Plaza) को तूफान ने पूरी तरह से उखाड़ फेंका जिससे कर्मचारियों में हड़कंप मच गया।
भारी नुकसान
इस विनाशलीला में न केवल टोल नाका बल्कि बीकानेर शहरी (Urban Area) और ग्रामीण (Rural Areas) इलाकों में भी भारी नुकसान हुआ है। शहरी क्षेत्र में जहां पेड़ (trees) उखड़ गए वहीं ग्रामीण इलाकों में किसानों (farmers) को तेज बारिश और ओलावृष्टि से भारी क्षति पहुंची है।
वाहनों के आने जाने पर असर
महाजन क्षेत्र में भारतमाला सड़क (Bharatmala Road) पर स्थित टोल प्लाजा के तिनके की तरह उड़ जाने से लगभग चार घंटे तक वाहनों (vehicles) का आवागमन ठप्प रहा। इस घटना ने न केवल आवागमन को प्रभावित किया बल्कि सीसीटीवी (CCTV) फुटेज में भयानक द्रश्य आया है।
दोबारा निर्माण के प्रयास
तूफान के बाद टोल प्लाजा के अधिकारी और कर्मचारी सिस्टम (system) को पुन: सुचारू करने में जुटे रहे। देर शाम तक फास्ट टैग (FASTag) की मदद से टोल चार्ज काटकर वाहनों का आवागमन फिर से शुरू किया गया।
पश्चिमी विक्षोभ का असर
यह घटना केवल बीकानेर तक सीमित नहीं थी। राजधानी जयपुर (Jaipur) में भी पश्चिमी विक्षोभ के कारण अंधड़ (dust storm) और ठंडी हवाओं (cold winds) ने लोगों को सर्दी का एहसास कराया। बूंदी (Bundi), दौसा (Dausa), जोधपुर (Jodhpur), सिरोही (Sirohi), हनुमानगढ़ (Hanumangarh), अजमेर (Ajmer) समेत कई अन्य इलाकों में भी इसके प्रभाव से नुकसान हुआ।