बिहार पुलिस की दो महिला सिपाहीओं को रील्स बनाना पड़ा महंगा, रील्स हुई वायरल तो दोनों को कर दिया सस्पेंड
बिहार के गया में तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा की सुरक्षा करने वाली दो महिला सैनिकों को निलंबित कर दिया गया है। दोनों वर्दी पहनकर महाबोधि मंदिर में रील्स बना रही थीं। एसएसपी ने उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कार्रवाई की है।
डीएम और एसएसपी ने इस मामले की जांच भी की थी। महाबोधि मंदिर परिसर में मोबाइल फोनों का इस्तेमाल पूरी तरह से वर्जित है। वर्तमान में दलाई लामा गया जिले के बोधगया के प्रवास पर हैं। इस दौरान महाबोधि मंदिर सहित महत्वपूर्ण स्थानों को कड़ी सुरक्षा दी गई है।
दो महिला सिपाहियों को महाबोधि मंदिर में बिहार स्पेशल आर्म्ड फोर्सेस (BSAF) की महिला बटालियन में तैनात किया गया। दोनों सैनिकों ने कर्तव्य के दौरान वर्दी पहनकर रील्स बनाई और इसे अपने सोशल मीडिया खातों पर पोस्ट किया।
महाबोधि मंदिर परिसर, जहां भगवान बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त किया था, यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट है। यहां देश भर से लाखों श्रद्धालु और बौद्ध भिक्षु आते हैं। तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा भी हाल ही में बोधगया गए।
दो महिला पुलिसकर्मी वर्दी पहन बना रही रील्स
इसी समय एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। दो महिला पुलिसकर्मी वर्दी पहनकर रील्स बनाते हुए महाबोधि मंदिर के आसपास फिल्मी गानों पर डांस करते हुए दिखाई देते हैं।
रील्स फैलने के बाद पुलिस-प्रशासन ने कार्रवाई की। शनिवार को डीएम त्यागराजन एसएम और एसएसपी ने बोधगया एसडीपीओ के नेतृत्व में जांच का आदेश दिया।
ड्यूटी में लापरवाही और अनुशासनहीनता
परीक्षण में पता चला कि दोनों महिला पुलिसकर्मी ने मंदिर परिसर में काम करते हुए रील्स बनाई और इन्स्टाग्राम पर डाली। रील शेयर अकाउंट पर 2026 पोस्ट और 306 फॉलोवर्स हैं। दोनों महिला पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित कर दिया गया। एसएसपी भारती ने कहा कि काम में अनुशासनहीनता और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मंदिर परिसर में मोबाइल फोन को ले जाने पर रोक
जुलाई 2013 में बोधगया में बम धमाके हुए, जिसमें म्यामांर के दो बौद्ध भिक्षुओं समेत पांच लोग घायल हो गए। इसके बाद से मंदिर के आसपास मोबाइल फोन ले जाना वर्जित है। मोबाइल फोन मंदिर के अंदर ले जा सकते हैं सिर्फ सुरक्षाकर्मी, बौद्ध भिक्षु और वैध पास वाले श्रद्धालु।
ताकि आपातकाल में इसका उपयोग किया जा सके। एक बौद्ध तीर्थयात्री ने पिछले दिनों मंदिर परिसर से फेसबुक पर एक पोस्ट डाली, जिसके बाद पुलिस ने उसका पास रद्द कर दिया और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।