अनोखा जीव जो संबंध बनाने के तुरंत दे देता है अपनी जान, इंसानों के आसपास रहता है ये जीव फिर भी नही बता पाएंगे नाम
प्रकृति अपने आप में अनेक रहस्यों और विचित्रताओं को समेटे हुए है। इसी विचित्रता का एक हिस्सा हैं हमारे पर्यावरण के महत्वपूर्ण प्रजाति - मधुमक्खियां। मधुमक्खियां (Bees) अपने परागण कार्य के जरिए पृथ्वी पर जीवन के संतुलन को बनाए रखती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इनके जीवन चक्र में एक ऐसी घटना भी शामिल है जो अपनी प्रजाति के विस्तार के लिए अपनी जान तक की बाजी लगा देती है? जी हाँ हम बात कर रहे हैं नर मधुमक्खी की जिसका जीवन प्रजनन के बाद समाप्त हो जाता है।
रानी का अस्तित्व और नर मधुमक्खी का बलिदान
मधुमक्खी के छत्ते में रानी मधुमक्खी को सर्वोपरि माना जाता है। वह छत्ते की एकमात्र प्रजनन क्षमता वाली मधुमक्खी होती है। इसकी विशेषता यह है कि वह जीवन में केवल एक बार ही प्रजनन के लिए नर मधुमक्खीयों से मिलती है लेकिन इस एक बार की मुलाकात में ही वह अपने जीवनकाल के लिए पर्याप्त शुक्राणु इक्कठे कर लेती है।
नर मधुमक्खी जिसे ड्रोन कहा जाता है का जीवन उद्देश्य केवल रानी मधुमक्खी से संबंध बनाना और अपनी प्रजाति को आगे बढ़ाना होता है। यह संबंध बनाते समय ड्रोन की जीवन यात्रा का अंत हो जाता है। यह प्रकृति की एक विचित्र लेकिन अद्भुत रचना है जिसमें नर अपने प्रजनन कार्य के लिए अपनी जीवनी दांव पर लगा देता है।
यह भी पढ़ें; हरियाणा में वाहन चालक टाइम रहते करवा ले ये काम, वरना 10 हजार का चालान भरने के लिए हो जाए तैयार
प्रजाति का विस्तार
प्रजनन के समय नर मधुमक्खी का लिंग रानी मधुमक्खी के अंदर ही फट जाता है, जिससे उसकी मौत हो जाती है। यह प्रक्रिया छत्ते के भविष्य के लिए नर मधुमक्खी का अंतिम योगदान होती है। मरने के बाद नर मधुमक्खी रानी मधुमक्खी को पर्याप्त शुक्राणु प्रदान करता है जिससे वह हजारों अंडे दे सकती है। इस तरह मधुमक्खी की प्रजाति का विस्तार होता रहता है और प्रकृति में जीवन का चक्र अविरल चलता रहता है।
एक मधुमक्खी कॉलोनी (Bee Colony) में रहने वाली सभी मधुमक्खियां मिलकर एक विशाल पारिवारिक संरचना बनाती हैं जिसमें प्रत्येक सदस्य का अपना एक विशेष कार्य होता है। इस पारिवारिक संरचना में रानी, नर और कर्मचारी मधुमक्खियां शामिल होती हैं, जो मिलकर छत्ते को संचालित करती हैं।