अनोखा फर्श जिसकर चलने, नाचने, कूदने और दौड़ने से बनती है बिजली, अनोखी तकनीक को देख आपको भी होगी हैरानी
लंदन (London), इंग्लैंड की राजधानी ने एक ऐसे फर्श (Floor) का आविष्कार (Invention) किया है, जो दौड़ने, नाचने और चलने से बिजली (Electricity) उत्पन्न कर सकता है। यह एक स्टार्टअप (Startup) द्वारा विकसित की गई एक अद्वितीय पहल है जो स्थिरता (Sustainability) की दिशा में एक कदम है।
कैसे काम करता है यह चमत्कारिक फर्श?
आमतौर पर, फर्श कंक्रीट (Concrete) लकड़ी (Wood) या टाइल्स (Tiles) से बने होते हैं। लेकिन लंदन के इस फर्श ने आम धारणा को तोड़ा है। यह फर्श चलने, दौड़ने, नाचने पर काइनेटिक ऊर्जा (Kinetic Energy) को बिजली में परिवर्तित कर देता है।
लैनयार्ड की उत्पत्ति और विकास
रेन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) के स्रोतों में धूप हवा और पानी प्रमुख हैं। इसी तर्ज पर, इस फर्श ने दिखाया है कि कैसे इंसानी गतिविधियाँ भी ऊर्जा का एक स्रोत बन सकती हैं। इस फर्श का इस्तेमाल व्यापक रूप में क्लबों (Clubs), शॉपिंग मॉल (Shopping Malls), और ट्रेन स्टेशनों (Train Stations) में किया जा सकता है जहां बड़ी संख्या में लोग आते-जाते हैं।
ऊर्जा उत्पादन की अनोखी प्रक्रिया
हर कदम जो इस फर्श पर पड़ता है वह 2 से 5 जूल ऊर्जा (Joules of Energy) उत्पन्न करता है। इस प्रक्रिया से उत्पन्न ऊर्जा का उपयोग विभिन्न उपकरणों (Devices) को चलाने में किया जा सकता है। इससे ऊर्जा के सतत स्रोत (Sustainable Sources) की खोज में एक नई दिशा मिलती है।
व्यावहारिक परीक्षण और संभावनाएं
हाल ही में एक रेलवे स्टेशन (Railway Station) पर किए गए प्रयोग में घूमने वाले दरवाजों (Revolving Doors) में टरबाइन (Turbine) जोड़कर 2200 वॉट बिजली (Watts of Electricity) उत्पन्न की गई जो चार लोगों के परिवार के लिए 9 घंटे तक के लिए पर्याप्त है। इस तरह के फर्श से ऊर्जा उत्पादन (Energy Production) की संभावनाएं असीमित हैं।