भारत का अनोखा गांव जहां हर मर्द को 2 पत्नी रखने की है आजादी, कारण जानकर तो आपको भी होगा ताज्जुब
भारत अपनी विविधतापूर्ण संस्कृति और रीति-रिवाजों के लिए प्रसिद्ध है। जहाँ हर राज्य और क्षेत्र अपनी अनूठी परंपराओं के साथ अस्तित्व में है। इन्हीं में से एक है राजस्थान के जैसलमेर जिले का रामदेयो गांव जहां की परंपरा सुनने में जितनी अजीब है, उतनी ही दिलचस्प भी।
रामदेयो गांव की यह परंपरा भारतीय समाज की विविधता और सांस्कृतिक गहराई को भी प्रदर्शित करती है। जहां प्रत्येक परंपरा के पीछे एक गहरा सामाजिक और सांस्कृतिक कारण निहित होता है। यह गांव न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में अपनी अनोखी परंपराओं के लिए जाना जा सकता है।
दो शादियों की अद्भुत परंपरा
यहां की अनोखी परंपरा के अनुसार प्रत्येक पुरुष को दो शादियां करनी पड़ती हैं। इसका मुख्य कारण है संतान प्राप्ति। ग्रामीणों का मानना है कि पहली पत्नी से संतान नहीं होने पर दूसरी शादी करने से उन्हें संतान की प्राप्ति होती है। इस प्रथा को वे 'खुदा की मेहर' के रूप में देखते हैं।
पारंपरिक मान्यताओं की छाप
इस गांव में दूसरी शादी करने की प्रथा बहुत पुरानी है और यह एक प्रकार से सामाजिक दबाव का परिणाम भी है। ऐसे में यदि कोई व्यक्ति पहली पत्नी से संतान प्राप्त नहीं कर पाता है, तो उसे समाज द्वारा दूसरी शादी करने का सुझाव दिया जाता है। यह व्यवस्था न केवल परिवार को बचाए रखने के लिए है बल्कि समाजिक संतुलन बनाने के लिए भी महत्वपूर्ण है।
सह-अस्तित्व की एक अनोखी मिसाल
रामदेयो गांव की यह परंपरा न केवल सांस्कृतिक रूप से अनूठी है। बल्कि यहां की महिलाएं इसे सहज स्वीकार करती हैं। पहली और दूसरी पत्नी के बीच की सामंजस्यता और सहयोग इस गांव के लोगों के बीच उच्च स्तरीय सामाजिक संबंधों की ओर इशारा करती है। यहां की महिलाएं न केवल आपस में मिल-जुल कर रहती हैं। बल्कि एक-दूसरे के सुख-दुख में भी सहभागी बनती हैं।
आधुनिक समाज और परंपराओं का मेल
जहां एक ओर यह परंपरा प्राचीन लग सकती है। वहीं यह भी एक मिसाल है कि कैसे गांव के लोग अपनी पुरानी परंपराओं के साथ जीवन यापन कर रहे हैं। यह न केवल उनकी सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है बल्कि यह भी बताता है कि कैसे एक समुदाय अपनी परंपराओं के माध्यम से एकजुट होता है।