यहां शादी के बाद 5 दिनों तक दुल्हन नहीं पहनती कपड़े, दुल्हे को भी मानने पड़ते है ये खास नियम
Marriage wear clothes: भारत अपनी अलग अलग सांस्कृतिक परंपराओं के लिए जाना जाता है जिसमें शादी के अनेक रीति-रिवाज शामिल हैं. हर धर्म और समुदाय की अपनी अनोखी परंपराएँ होती हैं जो न केवल सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती हैं बल्कि उनकी गहरी सामाजिक परंपराओं के बारे में बताती हैं.
अनोखे विवाह रिवाज
भारतीय विवाह में अनेक रस्में (wedding customs) अपनाई जाती हैं जैसे कि कपड़े फाड़ना, दुल्हन को कमरे में बंद करना, या दूल्हे पर टमाटर फेंकना. ये रस्में न केवल मनोरंजन के लिए होती हैं बल्कि इनके पीछे गहरे सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व भी होते हैं.
हिमाचल प्रदेश की अनोखी परंपरा
हिमाचल प्रदेश के पिणी गांव में एक अनोखी रिवाज है जहां नई दुल्हन को शादी के पहले सप्ताह तक कपड़ा नहीं पहनना पड़ता है. इस दौरान पति-पत्नी (husband and wife) को एक-दूसरे से हंसी-मजाक करने की भी इजाजत होती है लेकिन वे एक-दूसरे से दूर रहते हैं.
सावन की पारंपरिक रस्में
पिणी गांव में सावन के दौरान महिलाएं पांच दिनों तक कोई कपड़ा नहीं पहनतीं जबकि पुरुष इस दौरान शराब नहीं पीते हैं. शादी के बाद के पहले सप्ताह में पुरुषों को शराब पीने की मनाही होती है. इस प्रथा का पालन करने से माना जाता है कि दंपति को सौभाग्य प्राप्त होता है.
परंपरा और आधुनिकता का मेल
इन परंपराओं को निभाने के पीछे की मान्यताएं भले ही प्राचीन हों लेकिन वे भारतीय समाज के गहरे सांस्कृतिक धरातल को दर्शाती हैं. ऐसी परंपराएं न केवल समाज की विविधता को प्रकट करती हैं बल्कि यह भी दिखाती हैं कि कैसे प्राचीन रीति-रिवाज आधुनिक समय में भी अपना महत्व बनाए रखते हैं.