UP Bijli Chori: यूपी में बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ होगी बड़ी कार्रवाई, योगी सरकार ने दिए सख्त आदेश
गोरखपुर (Gorakhpur) का विद्युत विभाग (Electricity Department) एक विशेष समस्या से जूझ रहा है। यहां 16 हजार से अधिक उपभोक्ता (Consumers) ऐसे हैं, जो अपने स्वीकृत लोड (Approved Load) से ज्यादा बिजली (Electricity) का उपयोग कर रहे हैं। इस वजह से न सिर्फ निगम को आर्थिक नुकसान (Financial Loss) हो रहा है, बल्कि दूसरे उपभोक्ताओं की बिजली सप्लाई (Electric Supply) में भी बाधा आ रही है।
समाधान की दिशा में कदम
विद्युत नगरीय (Urban Electricity) के चारों खण्डों में यह समस्या व्याप्त है। घरेलू और कॉमर्शियल (Commercial) उपभोक्ताओं द्वारा अधिक बिजली के इस्तेमाल से निगम के लिए बड़ी चुनौती उत्पन्न हो गई है। बिजली निगम (Electricity Corporation) अब ट्रांसफार्मरों (Transformers) का लोड बढ़ाने और बिजली घरों की क्षमता वृद्धि (Capacity Increase) का काम कर रहा है। इसके साथ ही, उपभोक्ताओं से अपील की जा रही है कि वे अपने लोड में वृद्धि कराएं।
गर्मियों में बढ़ती बिजली की मांग
गर्मी (Summer) के मौसम में, एसी (AC), कूलर (Cooler), फ्रिज (Refrigerator) जैसे उपकरणों के अधिक इस्तेमाल से बिजली की मांग में अचानक वृद्धि हो जाती है। इससे लो-वोल्टेज (Low-Voltage) और ट्रिपिंग (Tripping) जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। निगम ने इस समस्या के समाधान के लिए लोड जांच (Load Checking) का अभियान शुरू किया है।
अतिरिक्त लोड का पता चलना
चेकिंग (Checking) के दौरान, 34 हजार किलोवाट (Kilowatt) का अतिरिक्त लोड पाया गया। इससे निगम को भारी आर्थिक नुकसान हुआ। इन उपभोक्ताओं का लोड बढ़ाने के साथ-साथ निगरानी (Monitoring) के निर्देश भी दिए गए हैं।
अफसरों का क्या कहना है?
गोरखपुर जोन के चीफ इंजीनियर (Chief Engineer) आशु कालिया के अनुसार, स्वीकृत भार से अधिक बिजली की खपत करने वाले उपभोक्ताओं को लोड बढ़वाने की सलाह दी जा रही है। विभाग द्वारा ऐसे उपभोक्ताओं की जांच में खपत के हिसाब से डबल शुल्क (Double Charge) और पेनाल्टी (Penalty) वसूली जाएगी। इस समस्या के समाधान के लिए विभाग द्वारा एक विशेष अभियान (Campaign) चलाने के निर्देश दिए गए हैं।