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UP में नर्सरी से 12वीं तक के स्कूलों का टाइमटेबल बदला, अब इतने बजे खुलेंगे स्कूल

इस वर्ष गर्मियों के दौरान असहनीय तापमान में वृद्धि के कारण लोग खासकर बच्चे लू के थपेड़ों से काफी प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने बच्चों के स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा को देखते हुए जिले के सभी...
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इस वर्ष गर्मियों के दौरान असहनीय तापमान में वृद्धि के कारण लोग खासकर बच्चे लू के थपेड़ों से काफी प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने बच्चों के स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा को देखते हुए जिले के सभी स्कूलों के लिए नया समय निर्धारित किया है।

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निर्देश के अनुसार अब सभी सरकारी, गैर-सरकारी, प्राइवेट और मिशनरी स्कूलों में कक्षाएं सुबह 7 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक संचालित की जाएंगी। जिलाधिकारी के इन कदमों से बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित होती है और शिक्षा का संचालन भी बिना किसी बाधा के जारी रह सकता है। जिससे विद्यार्थियों का भविष्य सुरक्षित रहे।

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सुरक्षात्मक उपायों का क्रियान्वयन

इस नए समय सारणी के अलावा जिलाधिकारी ने स्कूलों में गर्मी से बचाव के लिए पर्याप्त इंतजाम करने की भी आवश्यकता पर बल दिया है। स्कूलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि कक्षाओं में पर्याप्त पंखे, कूलर उपलब्ध हों और शीतल पेयजल की व्यवस्था की जाए।

इसके साथ ही स्कूल परिसर में खुले स्थान पर छात्र-छात्राओं की कोई भी गतिविधि नहीं की जा सकेगी। जिससे उन्हें गर्मी से बचाया जा सके।

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लोकसभा चुनाव ड्यूटी के प्रभावित न होने पर जोर

चुनावी मौसम के दौरान स्कूली शिक्षकों और अन्य स्टाफ की लोकसभा चुनाव में ड्यूटी भी लगाई गई है। जिलाधिकारी ने इस बात का खास ख्याल रखा है कि इस ड्यूटी के संचालन पर नए समय सारणी का कोई प्रभाव न पड़े और दोनों कार्य सुचारु रूप से चल सकें।

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व्यापक प्रभाव और शिक्षा की गुणवत्ता पर जोर

जिले में कुल 4,500 स्कूलों में से 2,600 सरकारी प्राथमिक विद्यालय हैं और लगभग 1,800 निजी प्राथमिक विद्यालय और 350 इंटर कॉलेज संचालित हैं। इस निर्देश का प्रभाव चार लाख से अधिक छात्र-छात्राओं पर पड़ेगा। जो इन विद्यालयों में पढ़ते हैं। इस पहल का मुख्य उद्देश्य न केवल छात्रों को गर्मी से बचाना है बल्कि शैक्षिक गुणवत्ता को भी बनाए रखना है।