UP के इस शहर में सरकार ने बंद किए 40 हजार पैनकार्ड, कारण जानकर तो आपको भी होगा ताज्जुब
गोरखपुर में हजारों लोगों को पैन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक नहीं करना भारी पड़ रहा है। शहर में लगभग पांच लाख पैन कार्ड धारकों में से चालिस हजार से अधिक लोगों ने अपने पैन को आधार से नहीं जोड़ा है। ऐसे में उन्हें बैंक से लेकर शेयर मार्केट में लेनदेन करने में मुश्किल हो रही है। टीडीएस रिटर्न भी बहुत से लोगों को नहीं मिल रहा है।
आयकर कानून के तहत जून 2017 तक बने पैन को आधार कार्ड से जोड़ना आवश्यक है। इसके लिए 30 जून 2023 का दिन निर्धारित था। मार्च 2022 तक सरकार ने पैन कार्ड को आधार से लिंक करने पर कोई चार्ज नहीं लगाया था। उसके बाद पैन को आधार कार्ड से लिंक करने के लिए एक हजार रुपये का शुल्क लगेगा। चालू वित्तीय वर्ष में शहर में डेढ़ लाख से अधिक लोगों ने आईटीआर दाखिल किया है, लेकिन पांच लाख से अधिक लोगों के पास पैन कार्ड है।
कसया रोड पर कार्यरत आयकर अधिवक्ता दीपक कुमार ने कहा कि निष्क्रिय पैन कार्डों पर आयकर दाखिल हो रहा है। आवेदक को कोई रिफंड नहीं मिल सकता है। TDSS सहित अन्य रिफंड के लिए पैन कार्ड को आधार कार्ड से जोड़ना होगा।
रिफंड इसके बाद ही मिलेगा। हमारे कार्यालय के 1000 पैन कार्ड होल्डर में से लगभग पच्चीस ने पैन कार्ड को लिंक नहीं किया है। सीए अखिलेश्वर दूबे ने कहा कि बैंकों और शेयर मार्केट में पैन कार्ड लिंक नहीं होने से कई समस्याएं पैदा हो रही हैं। कई लोगों का डीमैट खाता अभी भी बंद है।
रजिस्ट्री से लेकर आभूषण खरीदने में होगी दिक्कत
व्यवस्था के अनुसार, जमीन रजिस्ट्री में भी पैनकार्ड दिखाई देता है। अधिवक्ता अवनीश धर ने कहा कि जमीन की रजिस्ट्री कराने के दौरान कई लोगों को पैन कार्ड निष्क्रिय होने की सूचना मिल रही है। 30 लाख रुपये से अधिक की रजिस्ट्री करने वाले विक्रेता को पैन कार्ड देना अनिवार्य है।
इसके अलावा, दो लाख से अधिक की खरीददारी में पैन कार्ड की आवश्यकता होगी। गोलघर में परम्परा ज्वैलर्स के MD संजय अग्रवाल ने कहा कि 2 लाख रुपये से अधिक की ज्वेलरी खरीदने पर पैन कार्ड लिया जाता है। इतने लोगों के पैन कार्ड एक साथ निष्क्रिय होने से मुश्किल तो होगी ही।