UP News: यूपी में खतौनी लेने के लिए अब कैश में भुगतान करने की समस्या हुई खत्म, जारी हुआ नया आदेश
राजस्व परिषद ने जमीनी दस्तावेजों की प्राप्ति में आने वाली नगद भुगतान की असुविधाओं को दूर करने का समाधान ढूंढ निकाला है। अब कंप्यूटरीकृत खतौनी (Computerized Khatoni) प्राप्त करने वाले व्यक्ति यूपीआई (UPI) और क्यूआर कोड (QR Code) स्कैन करके डिजिटल पैसा (Digital Payment) जमा कर सकेंगे।
जिससे उन्हें नगद पैसा जमा करने के झंझट से मुक्ति मिलेगी। इस प्रक्रिया को सभी तहसीलों (Tehsils) में लागू किया जा रहा है, जिससे लोगों को अधिक सुविधा होगी।
डिजिटलीकरण की दिशा में एक और कदम
राजस्व परिषद का यह निर्णय राज्य सरकार के ऑनलाइन प्रक्रियाओं (Online Processes) को मजबूत बनाने के उद्देश्य के अनुरूप है। इसका मुख्य मकसद घूसखोरी (Corruption) के चलन को रोकना और लोगों को सुविधा के आधार पर प्रमाण पत्र (Certificates) मुहैया कराना है।
भविष्य में तहसीलों से जमीन संबंधी अन्य कागजात (Land Documents) भी ऑनलाइन दिए जाने की योजना है, जिससे लोगों का समय और श्रम दोनों बचेंगे।
आयुक्त के निर्देश और आगे की योजना
राजस्व परिषद के आयुक्त एवं सचिव एसवीएस रंगाराव (SVS Ranga Rao) ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को इस संबंध में जरूरी दिशा-निर्देश भेजे हैं। इसमें उत्तर प्रदेश अधिकारों का अभिलेख नियमावली-2021 (UP Rights Record Manual-2021) के अनुसार आवेदक तहसील कंप्यूटर केंद्र (Tehsil Computer Center) पर प्रयोक्ता प्रभार जमा कर खतौनी की डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित कापी प्राप्त कर सकता है। इस नई व्यवस्था से डिजिटल भुगतान (Digital Payment) की सुविधा को बढ़ावा मिलेगा।
डिजिटल भुगतान सेवा का प्रोत्साहन
राजस्व परिषद ने डिजिटल भुगतान सेवा (Digital Payment Services) को प्रोत्साहित करने का फैसला किया है। इसके लिए सभी तहसील काउंटरों पर क्यूआर कोड और यूपीआई आधारित डिजिटल पेमेंट (Digital Payment) से प्रयोक्ता प्रभार शुल्क लिए जाने की व्यवस्था की गई है।
इससे लोगों को न केवल सुविधा होगी बल्कि समय भी बचेगा। इस प्रकार, राजस्व परिषद की यह पहल डिजिटल इंडिया (Digital India) की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।