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शादी के बाद पति पत्नी में से कोई एक तलाक लेना चाहे तो क्या होगा, जाने क्या कहता है कानून

विवाहित जीवन में आए दिन विभिन्न समस्याएं उत्पन्न होती रहती हैं, जिनमें से एक है तलाक (Divorce)। ऐसे मामले जहां पति (Husband) और पत्नी (Wife) के बीच तालमेल (Compatibility) की स्थिति नहीं रह जाती
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विवाहित जीवन में आए दिन विभिन्न समस्याएं उत्पन्न होती रहती हैं, जिनमें से एक है तलाक (Divorce)। ऐसे मामले जहां पति (Husband) और पत्नी (Wife) के बीच तालमेल (Compatibility) की स्थिति नहीं रह जाती और दोनों के बीच संबंधों में गहराई से खटास आ जाती है, वहां तलाक एक विकल्प के रूप में सामने आता है। लेकिन, जब एक पक्ष तलाक के लिए राजी हो और दूसरा न हो, तो स्थिति और भी जटिल हो जाती है।

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सुप्रीम कोर्ट के सामने उठा बड़ा प्रश्न

देश की सर्वोच्च अदालत (Supreme Court) के सामने यह बड़ा सवाल खड़ा हो गया है कि ऐसे मामलों में तलाक की अनुमति (Permission) दी जा सकती है या नहीं। जहां कानून (Law) के अनुसार तलाक दोनों पक्षों की सहमति (Consent) से ही संभव है, वहीं इस तरह की परिस्थितियों में समस्या और भी गहरी हो जाती है।

आर्टिकल 142 की भूमिका

सुप्रीम कोर्ट के पास आर्टिकल 142 (Article 142) के तहत सर्वव्यापी शक्तियां (Omnipotent Powers) हैं, जिसके इस्तेमाल से वह ऐसे मामलों में पूर्ण न्याय (Complete Justice) सुनिश्चित कर सकता है।

तलाक की अनुमति पर विचार

सुप्रीम कोर्ट ने इस मुद्दे पर विचार करने की संभावनाओं पर चर्चा की है। अदालत ने कहा कि जब दोनों पक्ष एक साथ तलाक के लिए तैयार नहीं हों तो क्या युगल को तलाक की अनुमति दी जाए या नहीं, इस पर विचार किया जाएगा।

एमिकस क्यूरी की भूमिका

एमिकस क्यूरी (Amicus Curiae) वी गिरी ने सुप्रीम कोर्ट को याद दिलाया कि इस मामले को पहले ही पांच जजों की पीठ को रेफर किया गया था, जिसमें तलाक के मामलों में आर्टिकल 142 के उपयोग पर विचार करने के लिए कहा गया था।

सुप्रीम कोर्ट का विचार

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह देखना फायदेमंद होगा कि क्या आर्टिकल 142 के तहत तय की गई दिशा-निर्देश (Guidelines) या प्रक्रिया (Procedure) से इस तरह के मामलों में पूर्ण न्याय किया जा सकता है।

अगली सुनवाई का इंतजार

इस पूरे मामले पर अगली सुनवाई (Hearing) 28 सितंबर को होनी है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट इन सवालों पर विस्तार से विचार कर सकता है। यह निर्णय न केवल विवाहित जोड़ों के लिए बल्कि कानूनी प्रक्रिया (Legal Process) के लिए भी महत्वपूर्ण होगा।