हवा में उड़ते हुए जहाज में किसी की जान चली जाए तो क्या होगा, एयरहोस्टेस ने बताई असली जानकारी
पुराने समय में लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचने में कई दिन लगते थे। अब हालात बदल चुके हैं विज्ञान ने कुछ ही घंटों में लंबी दूरी तय करने वाले वाहनों का आविष्कार किया। हालांकि सवाल ये है कि लंबी यात्राओं के दौरान कोई एमरजेंसी होने पर इन्हें कैसे डील किया जाता है। खासतौर पर हवाई जहाज से यात्रा करते समय
लंबी हवाई यात्रा में कई परिस्थितियां सामने आती हैं। क्या होगा अगर किसी की हवाई यात्रा के दौरान ही मौत हो जाए? इसके बारे में एक फ्लाइट अटेंडेंट शीन ने कुछ बातें बताई हैं जो फिल्म को कुछ कमजोर करती हैं। उनका कहना था कि हवाई जहाज में क्या किया जा सकता है अगर प्लेन में कोई मर जाता है।
अगर मौत हवा में हो जाए...
डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक टिकटॉक पर एक फ्लाइट अटेंडेंट शीन मैरी ने बताया कि अगर किसी की हवाई यात्रा के दौरान मौत हो जाती है तो क्या किया जाता है। उसने कहा कि बहुत कुछ नहीं हो सकता अगर कोई हार्ट अटैक या मर जाए। एक क्रू मेंबर ने बताया कि मेडिकल एमरजेंसी के मामले में क्रू मेंबर मदद करने आते हैं।
सीपीआर दिया जाता है अगर कोई कोलैप्स होता है। कॉकपिट में डॉक्टरों से लगातार संपर्क किया जाता है और दुर्घटना होने पर फ्लाइट को रीरूट भी किया जाता है। सीपीआर सिर्फ डॉक्टर के आदेश पर ही देते हैं अन्यथा फ्लाइट पर देने के लिए मनाही है।
कहां रखी जाती है बॉडी?
जब यात्री की मृत्यु हो जाती है तो शव को फ्लाइट पर मौजूद शरीर बैग में डालकर विमान के पिछले भाग में रखा जाता है। इस दौरान उनका सिर बंद नहीं होता। शव को उसी की सीट पर ढककर रखा जाता है अगर पिछले भाग में जगह नहीं है। शव के साथ अन्य यात्री भी यात्रा करते हैं। कैप्टन को इसकी जानकारी दी जाती है। विमान में कुछ मेडिकट किट हैं जो किसी को बीमार होने पर मदद करते हैं।