हरियाणा में सरकारी जमीन पर कब्जा करके गेंहु की खेती करना पड़ा महंगा, फसल तैयार होती है सरकार ने चलाई कंबाइन
हरियाणा के भिवानी जिले के बवानीखेड़ा कस्बे में एक विशेष घटनाक्रम हुआ। जहाँ सरकारी भूमि पर अवैध रूप से उगाई गई गेहूं की फसल को प्रशासन ने जब्त कर लिया। यह कार्रवाई भारी पुलिस बल और ड्यूटी मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में की गई।
जिसमें कंबाइन मशीन का उपयोग करके फसल की कटाई की गई। इस घटना का विस्तृत विवरण स्थानीय प्रशासन और पुलिस द्वारा साझा किया गया। जिससे स्पष्ट होता है कि कानून का पालन करवाने में सरकार कितनी सजग है।
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जमीन के अवैध कब्जे का परिदृश्य
नगरपालिका सचिव विनय कुमार ने बताया कि भुरटाना माइनर के पास स्थित नगर पालिका की 52 कनाल 12 मरले कृषि योग्य भूमि जो कि बोलीदाता नहीं मिलने के कारण ठेके पर नहीं दी गई थी।
उस पर कुछ स्थानीय लोगों ने अवैध कब्जा कर गेहूं की फसल उगा ली थी। इन कब्जाधारियों को इस अवैध कब्जे को हटाने के लिए नोटिस भी दिया गया था। लेकिन उन्होंने प्रशासन के निर्देशों की अवहेलना की।
कंबाइन से फसल की कटाई और विरोध
बीते वीरवार को नायब तहसीलदार अंकित कुमार की अगुवाई में नगरपालिका की टीम ने इस फसल को निकालने का प्रयास किया। हालांकि इस दौरान कब्जाधारी लोगों ने कंबाइन मशीन को आग लगाने की धमकी दे डाली।
इसके बावजूद प्रशासन ने फिर से अगले बुधवार को भारी पुलिस बल के साथ जाकर फसल की कटाई की और उसे जब्त कर लिया।
सरकारी खजाने में जमा होने वाली रकम
जब्त की गई फसल को मंडी में बेचकर प्राप्त राशि को सरकारी खजाने में जमा किया जाएगा। इस प्रक्रिया से न केवल सरकारी संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित हुई है। बल्कि यह एक उदाहरण भी स्थापित करता है कि किसी भी सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ किस प्रकार से कठोर कार्रवाई की जा सकती है।