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यूपी का सबसे बड़ा जिला कौनसा है और कितने किलोमीटर में फैला, अगर नही पता तो जान लो

उत्तर प्रदेश जनसंख्या और राजनीति के मामले में देश का सबसे बड़ा राज्य है। उत्तर प्रदेश कई अलग-अलग संस्कृतियों का संगम है। उत्तर प्रदेश का इतिहास तकरीबन 4000 साल पुराना है।
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उत्तर प्रदेश जनसंख्या और राजनीति के मामले में देश का सबसे बड़ा राज्य है। उत्तर प्रदेश कई अलग-अलग संस्कृतियों का संगम है। उत्तर प्रदेश का इतिहास तकरीबन 4000 साल पुराना है। पहले इस राज्य पर आर्यों का कब्जा था उनका मुख्य व्यवसाय कृषि था।

आर्यो ने कई लड़ाईयां लड़ी और आस पास के इलाकों पर भी कब्जा कर लिया। यह राज्य महाभारत के यु्द्ध का केंद्र था। इस क्षेत्र में महाभारत और रामायण समेत कई अन्य पुराणों और महाकाव्यों की रचना हुई।

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उत्तर प्रदेश की भौगोलिक स्थिति

उत्तर प्रदेश गंगा के मैदान का एक उपजाऊ भूभाग है, यह विशाल राज्य 2,40,928 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। उत्तर प्रदेश 23°52'N और 31°28'N अक्षांशों और 77°3′ और 84°39'E देशांतरों के बीच स्थित है। राज्य के उत्तर में हिमालय की तलहटी और दक्षिण में विंध्य पर्वतमाला है।

उत्तर प्रदेश राज्य की सीमा नौ राज्यों को स्पर्श करती है- उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखण्ड, बिहार और दिल्ली।

उत्तर प्रदेश में 75 जिले हैं

उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा जिला की बात करें तो क्षेत्रफल की दृष्टी से सबसे बड़ा जिला लखीमपुर खीरी है। यह जिला 7,680 स्क्वायर किलोमीटर में बसा हुआ है।

उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे राज्य

भारतीय पौराणिक कथाओं की दो पवित्र नदियों गंगा और यमुना की माला से घिरा उत्तर प्रदेश पूर्व में बिहार, दक्षिण में मध्य प्रदेश, पश्चिम में राजस्थान, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा और उत्तर में उत्तरांचल और नेपाल स्पर्श करता है।

क्षेत्रफल की दृष्टि से यह भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य है। यह राज्य फ्रांस के क्षेत्रफल का आधा, पुर्तगाल का तीन गुना, आयरलैंड का चार गुना, स्विट्जरलैंड का सात गुना, बेल्जियम का दस गुना और इंग्लैंड से थोड़ा बड़ा है।

उत्तर प्रदेश पर एक नजर

उत्तर प्रदेश का गठन 1 अप्रैल साल 1937 को हुआ था तब इसका नाम यूनाइडेट प्रोविन्स था। वहीं इसे राज्य का दर्जा 26 जनवरी साल 1950 मिला। साल 2011 की जनगणना के मुताबिक राज्य की जनसंख्या 199,812,341 है। राज्य का जनसंख्या घंनत्व 829 प्रति वर्ग किलोमीटर है। राज्य में साक्षरता दर 69.72 प्रतिशत है।

राज्य में लिंगानुपात 912 प्रति हजार है। पुरुष साक्षरता 79.24%है। महिला साक्षरता 59.26%है। उपरोक्त आंकड़े साल 2011 जनसंख्या गणना के हैं। जीडीपी (2018-19): 14.89 लाख करोड़ रुपये है। प्रदेश का उच्च न्यायालय इलाहाबाद उच्च न्यायालय है वहीं खंडपीठ लखनऊ न्यायालय है।

राज्य में शहर और कस्बे 915 हैं। विकास खंड की संख्या 822 औरनगर निगम 17 हैं। उत्तर प्रदेश से लोकसभा सदस्य की सीट 80 है वहीं राज्यसभा की सीट 31 है। अगर विधान सभा सीटों की बात करें तो 403+1 सीटें हैं। वहीं विधान परिषद में 100 सीटें हैं। राज्य की प्रमुख नदियाँ गंगा, यमुना, गोमती, राम गंगा, घाघरा, बेतवा औरकेन है।

उत्तर प्रदेश का महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थलकौशाम्बी, श्रावस्ती, सारनाथ (वाराणसी), कुशीनगर, लखनऊ, आगरा, झांसी, मेरठ, मथुरा, प्रयागराज कानपुर और गोरखपुर है। उत्तर प्रदेश ने अब तक देश को 9 प्रधानमंत्री दिया है। जवाहर लाल नेहरु, लाल बहादुर शास्त्री, चौधरी चरण सिंह, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, वी. पी. सिंह, चंद्रशेखर और अटल बिहारी वाजपयी।

उत्तर प्रदेश का शास्त्रीय नृत्य कथक है। इस राज्य को चावल के कटोरे के रूप में भी जाना जाता है। साल 2000 में राज्य के उत्तरी भाग को अलग करके राज्य उतराखंड का दर्जा दिया गया।

उत्तर प्रदेश में 18 मंडल आते हैं। अलीगढ़ मंडल, आगरा मंडल, आजमगढ़ मंडल, प्रयागराज मंडल, कानपुर मंडल,गोरखपुर मंडल, चित्रकूट मंडल, झांसी मंडल, देवीपाटन मंडल, अयोध्या मंडल, बस्ती मंडल, बरेली मंडल, विंध्याचल मंडल, मुरादाबाद मंडल, मेरठ मंडल, लखनऊ मंडल, वाराणसी मंडल औरसहारनपुर मंडल। अगर सबसे बड़ें मंडल की बात करें तो लखनऊ मंडल क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा है इसके अंतर्गत 6 जिले आते हैं।

महापुरुषों की भूमि है उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश का गौरवशाली इतिहास रहा है, यहां इन्द्रधनुषी भूमि है जहाँ भारतीय संस्कृति अनादि काल से फलती-फूलती रही है। विभिन्न प्रकार की भौगोलिक भूमि और कई सांस्कृतिक विविधताओं से संपन्नउत्तर प्रदेशराम, कृष्ण,बुद्ध, महावीर,अशोक,हर्ष और अकबर और ऐतिहासिक नायकों की गतिविधि का क्षेत्र रहा है। उत्तर प्रदेश सूरदास, तुलसीदास, कबीर, मीराबाई और रस्खान जैसे लोगों का जन्मभूमि है।

भगवान बुद्ध ने दिया था पहली बार उपदेश

उत्तर प्रदेश की ही भूमि पर भगवान बु्द्ध ने पहली बार बौद्ध धर्म का प्रचार किया। जिस समय भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश सारनाथ के धमेक स्तूप में दिया, उस समय उत्तर प्रदेश मगध शासन के अधीन था। मगध साम्राज्य के शासन के दौरान, बौद्ध और जैन धर्म विकसित हुआ। यह प्रशासनिक और आर्थिक उन्नति का काल था।

बाद में इस भूमि की सत्ता पर नंद वंश और मौर्य वंश के हाथों में रही। उत्तर प्रदेश मुगल शासन के दौरान और विशेष रूप से सम्राट अकबर के शासन के दौरान समृद्धि के चरम पर पहुंच गया। समय के साथ,उत्तर प्रदेश में मुगल शासन का पतन और अंग्रेजों का आगमन हुआ।

अवध के तीसरे नवाब के शासनकाल के दौरान ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी प्रदेश में दाखिल हुई। इसमें कोई संदेह नहीं है कि उत्तर प्रदेश का इतिहास ब्रिटिश शासन के दौरान और बाद में देश के इतिहास के साथ-साथ चलता रहा है। लेकिन यह भी सर्वविदित है कि राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन में राज्य के लोगों का योगदान महत्वपूर्ण रहा है। इस राज्य ने भगवान श्रीराम से लेकर अंग्रेजों तक का शासन देखा है।